तो इसलिए पूरा पाकिस्तान है इस महिला के खून का प्यासा, वजह जानकर पूरी दुनिया हुई हैरान…

वर्षों से चर्चा का केंद्र रहा पाकिस्तान की आसिया बीबी का मामला एक बार फिर चर्चा में है. दरअसल पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने ईसाई महिला आसिया बीबी को ईशनिंदा के मामले में बरी कर दिया है. आसिया बीबी पर आरोप था कि, उन्होंने पैगंबर मोहम्मद का अपमान किया था. एक बार फिर पूरा पाकिस्तान आसिया के विरुद्ध उठ खड़ा हुआ है.
ज्ञात हो कि, पाकिस्तान की निचली अदालत और फिर हाई कोर्ट ने इस मामले में आसिया बीबी को मौत की सज़ा सुनाई थी. उसी सज़ा के ख़िलाफ़ अपील की सुनवाई करते हुए पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट ने आसिया बीबी को अब बरी कर दिया है.
पाकिस्तान में पैगंबर मुहम्मद की आलोचना एक बहुत संवेदनशील विषय है. अक्सर इस क़ानून का ग़लत इस्तेमाल कर अक्सर अल्पसंख्यकों को फंसाया जाता है. पैग़ंबर मोहम्मद के अपमान का आरोप झेल रहीं आसिया बीबी खुद भी पैगंबर का किसी प्रकार का अपमान करने से इंकार करती रही हैं.
जब पूरा पाकिस्तान हो गया था आसिया के खिलाफ
ये मामला 14 जून, 2009 का है जब एक दिन आसिया नूरीन अपने घर के पास फालसे के बगीचे में दूसरी महिलाओं के साथ काम करने पहुँची तो वहाँ उनका झगड़ा साथ काम करने वाली महिलाओं के साथ हुआ. आसिया ने अपनी किताब में इस घटना के बारे में विस्तार से बताया है.
आसिया ने अपनी किताब में लिखा है, ‘मैं आसिया बीबी हूँ जिसे प्यास लगने की वजह से मौत की सज़ा दी गई है. मैं जेल में हूँ क्योंकि मैंने उसी कप से पानी पिया जिससे मुस्लिम महिलाएं पानी पीती थीं. क्योंकि एक ईसाई महिला के हाथ से दिया हुआ पानी पीना मेरे साथ काम करने वाली महिलाओं के मुताबिक़ ग़लत है.’
सुप्रीम कोर्ट के इस फ़ैसले के बाद पूरा पाकिस्तान एक बार फिर गरमा गया है. आसिया के पक्ष में आये फैसले के विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं. रिपोर्टों की माने तो पाकिस्तान के पूरे पंजाब प्रांत में धारा-144 लागू कर दी गई है. पुलिस की गाड़ियों से ये ऐलान किया जा रहा है कि पाँच से ज़्यादा लोग एक साथ खड़े दिखाई ना दें.

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