तेलंगाना में किसानों के मुद्दे पर बंद, कई नेता गिरफ्तार

 farmer-india-300x225 (1)हैदराबाद, 10 अक्टूबर | तेलंगाना में विपक्षी पार्टियों ने किसानों के मुद्दे पर शनिवार को बंद का आह्वान किया, जिस दौरान राज्य में कई नेताओं को गिरफ्तार किया गया. किसानों की आत्महत्या के बढ़ रहे मामलों की वजह से विपक्षी पार्टियां सरकार से किसानों के कृषि ऋण माफ करने की मांग कर रही हैं. हैदराबाद और अन्य नौ जिलों में नेताओं एवं विपक्षी पार्टियों के कार्यकर्ताओं द्वारा बस स्टेशनों एवं डिपो पर धरना देने की वजह से तेलंगाना राज्य सड़क परिवहन निगम (टीएसआरटीसी) की बस सेवाएं प्रभावित हुईं.

राज्य के कुछ हिस्सों में दुकानें, कारोबारी प्रतिष्ठान और शैक्षणिक संस्थान बंद रहे. पुलिस ने राज्य में मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस, तेलुगू देशम पार्टी (तदेपा), भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), वामपंथी पार्टियों और वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) के नेताओं को गिरफ्तार किया. हैदराबाद, रंगारेड्डी, मेडक, नलगोंडा, महबूबनगर, करीमनगर, निजामबाद, वारंगल, अदिलाबाद और खम्मम जिलों के कुछ हिस्सों में बस सेवाएं प्रभावित हुई. निगम पुलिस सुरक्षा के साथ बसों का संचालन कर रहा है.

मुशीराबाद क्षेत्र में पत्थर फेंकने की घटना से एक बस क्षतिग्रस्त हो गई. गिरफ्तार किए गए नेताओं में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष उत्तम कुमार रेड्डी, तेदेपा के एल. रमना और विधानसभा में भाजपा के नेता के.लक्ष्मण शामिल हैं. इन्हें विभिन्न स्थानों पर बसों को रोकने के दौरान गिरफ्तार किया गया. उत्तम कुमार रेड्डी, पूर्व मंत्रियों डी.नागेंद्र और पोन्नला लक्ष्मैय्या, पूर्व सासंद अंजन कुमार यादव, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) के राज्य सचिव नारायण को भी राज्य के सबसे बड़े बस स्टेशन महात्मा गांधी बस स्टेशन (एमजीबीएस) से गिरफ्तार किया गया.

तेदेपा नेताओं रमना, ई.दयाकर राव, रेवंत रेड्डी और भाजपा के लक्ष्मण को सिकंदराबाद में जुबली बस स्टेशन से हिरासत में ले लिया गया. पूर्व मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता मोहम्मद अली शब्बीर को मेहदीपट्टनम बस स्टेशन से गिरफ्तार किया गया. भाजपा नेता इंद्रसेन रेड्डी को दिलसुखनगर बस स्टैंड से गिरफ्तार किया गया. विपक्षी पार्टियों का आरोप है कि तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) व्यथित किसानों को इस आपदा से बाहर निकालने में असफल रही है. उनका दावा है कि पिछले साल जून में तेलंगाना के अस्तित्व में आने के बाद से अब तक 1,400 से अधिक किसानों ने आत्महत्या की है.

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