ताज का दीदार अब नहीं रहेगा सस्ता

ताtajmahal-15-09-2015-1442299986_storyimageजमहल सहित देश के सभी स्मारकों को देखने के लिए सैलानियों को एक नवंबर से ज्यादा कीमत चुकानी होगी। टिकट कीमतें बढ़ाने के लिए एएसआई ने अधिसूचना जारी कर दी है। एएसआई के मुताबिक ताजमहल देखने के लिए विदेशी सैलानियों को अब 1250 और देसी सैलानियों को 40 रुपये चुकाने होंगे। 15 दिनों में आपत्तियां ली जाएंगी। उसके बाद इन्हें लागू कर दिया जाएगा। बढ़ी हुई दरें तीन गुनी तक होंगी। विकास प्राधिकरण ने पथकर की दरों में बढ़ोतरी के प्रस्ताव को अभी शामिल नहीं किया है।

पुरातत्व विभाग ने टिकटों में बढ़ोतरी के लिए सोमवार को अधिसूचना जारी कर सार्वजनिक कर दिया। इस अधिसूचना को सभी स्मारकों और सर्किल कार्यालय पर भी चस्पा कर दिया गया है। स्मारकों पर बढ़ाई जाने वाली दरों के संबंध में 45 दिन तक कोई भी आपत्ति दाखिल कर सकता है। ये आपत्तियां सीधे दिल्ली स्थित पुरातत्व विभाग के मुख्यालय में दर्ज कराई जा सकेंगी। आपत्तियां देखने के बाद टिकटों की दरों को लागू किया जाएगा।

पुरातत्व विभाग के अधिकारियों के मुताबिक नई दरें एक नवंबर से लागू होंगी। उन्होंने बताया कि अभी तक ताजमहल में विदेशी सैलानियों की टिकट 250 रुपये की है। वह नई दरों पर 750 रुपये हो जाएगी। विकास प्राधिकरण पथकर के रूप में 500 रुपये लेता है। इसको मिलाकर 1250 रुपये की टिकट हो जाएगी। वहीं भारतीय सैलानियों की टिकट 10 के स्थान पर 30 रुपये हो जाएगी। प्राधिकरण के पथकर के 10 रुपये मिलाकर ये टिकट 40 रुपये की हो जाएगी।

इसी तरह अन्य स्मारकों में भी लगने वाली टिकट की दर तीन गुनी बढ़ जाएगी। पथकर के लिए प्राधिकरण द्वारा लिए जाने वाली राशि अलग होगी। सार्क देशों की टिकट में भी तीन गुने की वृद्धि होगी। इसके अलावा शूटिंग किए जाने की स्थिति में भी लाइसेंस शुल्क में तीन गुना वृद्धि होगी।

अधिसूचना जारी कर सभी स्मारकों के बाहर चस्पा करा दी गई है। 45 दिन तक आपत्तियां दी जा सकती हैं। उसके बाद इन दरों को एक नवंबर से लागू कराने की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। टिकट की दरों में तीन गुने की वृद्धि होगी।

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