सत्ता संघर्ष: गवर्नर से मिले पन्नीरसेल्वम, कुछ देर में पहुंचेंगी शशिकला
तमिलनाडु में मुख्यमंत्री की कुर्सी के लिए लड़ाई नाटकीय मोड़ पर पहुंच गई है। एक तरफ जहां पूर्व मुख्यमंत्री पन्नीरसेल्वम ने बागी तेवर दिखाए हैं, वहीं शशिकला किसी भी हाल में कर्सी पाना चाहती हैं।
गवर्नर से मिले पन्नीरसेल्वम।
एआईडीएमके की महासचिव शशिकला पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक कर रही हैं।
पन्नीरसेल्वम गवर्नर विद्यासागर से शाम पांच बजे मुलाकात करेंगे, वहीं शशिकला 7.30 बजे मुलाकात करेंगी।
पन्नीरसेल्वम ने 40 विधायकों के समर्थन का दावा किया है।
शशिकला अपने समर्थक विधायकों को बस से एक होटल भेज दी हैं।
पोश गार्डन के बाहर जयललिता और शशिकला की टीशर्ट पहने हुए समर्थक दिख रहे हैं।
शशिकला ने आईटी विंग के सचिव दी रामचंद्रन को पार्टी विरोध गतिविधियों में बर्खास्त कर दिया है।
तमिलनाडु के शिक्षामंत्री ने कहा कि विधायक अपनी मर्जी से होटल में रुके हैं, उनपर किसी तरह का दबाव नहीं है।
वहीं पन्नीरसेल्वम ने कहा ”शशिकला झूठ बोलती हैं कि उन्होंने कभी अम्मा (जयललिता) से गद्दारी नहीं की। शशिकला सीएम की कुर्सी हथियाने के लिए ओछे तरीके अपना रही हैं। अगर वे अपनी कोशिशों में कामयाब हो जाती हैं तो यह डेमोक्रेसी पर बड़ा धब्बा होगा।”
अब सियासी घमासान के बीच प्रशासनिक अधिकारी भी आ गए हैं। चेन्नई के पुलिस कमिश्नर जॉर्ज ने पन्नीरसेल्वम का फोन काट दिया इसके बाद पन्नीरसेल्वम ने हटाने का आदेश दे दिया है। सूत्रों के अनुसार लेकिन कमिश्नर ने फोन काट दिया।
सूत्रों के मुताबिक, पन्नीरसेल्वम गुट का दावा है कि 40 विधायक उनके साथ हैं, तो वहीं शशिकला गुट ने 120 से ज्यादा विधायकों के साथ होने का दावा किया है। पन्नीरसेल्वम चाहते हैं कि राज्यपाल शशिकला को शपथ ग्रहण तब तक न दिलाएं, जब तक कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला नहीं आ जाता। वहीं, शशिकला गुट गवर्नर के पास दाल गलती न देख अब राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी की शरण में है।
अब आगे क्या होगा ?
मुंबई स्थित राजभवन के एक अधिकारी ने बताया, ‘राज्यपाल बृहस्पतिवार को दोपहर चेन्नई रवाना होंगे।’ उनके तीन दिनों से चेन्नई से दूर रहने के चलते ये अटकलें लगाई जा रही थी कि कहीं उन्हें शशिकला को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाने में ऐतराज तो नहीं है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पार्टी के सभी विधायकों को एकजुट रखने के लिए उन्हें बस में लेकर किसी अज्ञात स्थान पर ले जाया गया है। इस बीच, ये अपुष्ट खबरें भी हैं कि यदि राज्यपाल ने शशिकला को शपथ दिलाने में देर की तो वह राष्ट्रपति के सामने इन विधायकों की परेड भी करा सकती हैं।