तमिलनाडु में एक शख्स ने बैंक में जमा किए 246 करोड़ रुपये, टैक्स में कटेगी करीब आधी रकम

पिछले साल 8 नवंबर को नोटबंदी के ऐलान के बाद से तमिलनाडु और पुदुचेरी में 200 से ज्यादा लोगों और कंपनियों ने अलग-अलग बैंकों में 600 करोड़ रुपये के 500 और 1,000 के चलन से बाहर हो चुके नोटों को जमा किया था।तमिलनाडु में एक शख्स ने बैंक में जमा किए 246 करोड़ रुपये, टैक्स में कटेगी करीब आधी रकमइनमें से ज्यादातर बैंक अकाउंट तमिलनाडु के ग्रामीण इलाकों में थे तो कुछ चेन्नै में भी थे। नमक्कल जिले में तो एक ही शख्स ने अकाउंट में करीब ढाई सौ करोड़ रुपये के पुराने नोट जमा किए। अब उसे जमा रकम का करीब आधा टैक्स के रूप में चुकाना पड़ेगा।
अफसरों ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि नमक्कल जिले के तिरुचेंगोड में एक शख्स ने इंडियन ओवरसीज बैंक की शाखा में 246 करोड़ रुपये के पुराने नोट जमा किए थे। इनकम टैक्स विभाग के एक बड़े अधिकारी ने बताया, ‘जब हमें पता चला कि उस शख्स ने इंडियन ओवरसीज बैंक की एक ग्रामीण शाखा में इतना कैश जमा किया है तो हमने 15 दिनों तक उसका पीछा किया।

पहले तो वह शख्स छिपने की कोशिश करता रहा लेकिन कुछ दिनों के बाद उसने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना (PMGKY) को अपनाने और कुल रकम का 45 प्रतिशत टैक्स जमा करने के लिए सहमत हो गया। PMGKY के तहत 25 प्रतिशत रकम सरकार के पास रहेगी और उस पर ब्याज भी नहीं मिलेगा।’

इसी तरह के तमाम व्यक्तियों और कंपनियों ने नोटबंदी के बाद बड़ी रकम बैंकों में जमा की और यह स्वीकार किया कि बेहिसाबी धन था। अधिकारी ने बताया कि इनमें से ज्यादातर लोगों ने PMGKY को अपनाया है जो 31 मार्च को खत्म हो रही है। उन्होंने कहा कि महीने के खत्म होने से पहले आयकर विभाग के पास करीब 1,000 करोड़ रुपये की बेहिसाबी दौलत आने की उम्मीद है।

आयकर विभाग लोगों को अब भी समझा रहे हैं कि अगर उन्होंने बैंकों में बेहिसाबी धन जमा किया है तो खुद ही इसका खुलासा करें और वाजिब टैक्स चुकाएं नहीं तो 1 अप्रैल के बाद ऐसे लोगों की मुश्किलें बढ़ने वाली है। देशभर में आयकर विभाग को करीब 85 लाख संदिग्ध ट्रांजैक्शंस की जानकारी मिली है।

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