डेेंगू बुखार से राहत देगा ये आहार, जरूर खाएं ये 8 चीजें

vegetables-560cd15856ed2_lइन दिनों डेंगू काफी फैल रहा है। आपके घर में कोई डेंगू का मरीज है या फिर आप डेंगू से खुद को और अपने परिवार को बचाना चाहती हैं? डेंगू में तेज बुखार, जोड़ों और सिर में दर्द, त्वचा पर लाल चकत्ते जैसी समस्याएं हो जाती हैं। खान-पान की कुछ चीजों से इस बीमारी से उबरने में काफी मदद मिलती है।

संतरे में भरपूर मात्रा में जरूरी पोषक तत्व और विटामिन्स होते हैं। संतरा विटामिन सी से भरपूर होता है, जो कि एक महत्वपूर्ण एंटीऑक्सीडेंट है। संतरे में मौजूद फाइबर इस बीमारी की वजह से हुई अपच से लडऩे में मदद करता है। इसका जूस या फांकें मरीज को खाने को दें।

 पपीते में बहुत सारे औषधीय गुण होते हैं। बहुत सारे शोध यह साबित कर चुके हैं कि पपीते का बीज एडीस मच्छर के लिए जहर का काम करता है। डेंगू के मरीजों में पपीते के सेवन से प्लेटलेट्स की मात्रा बढ़ती है। मरीज को पपीते की ताजी पत्तियां पीस कर उसका रस दिन में दो बार दें। 
 दलिया पूरी दुनिया में नाश्ते के तौर पर खाया जाता है। इसमें फाइबर और पोषक तत्व बहुत ज्यादा मात्रा में होते हैं और इस बीमारी से लडऩे में मदद करते हैं। दलिया आसानी से निगला जा सकता है और पच भी अच्छी तरह जाता है। इसलिए डेंगू के मरीज को दलिया खाने को दें।हर्बल चाय से भी डेंगू बुखार के लक्षणों को कम करने में मदद मिलती है। इलायची, पुदीना या अदरक वाली हर्बल चाय पीएं। अदरक एंटी एन्फ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट्स लिए होती है। हर्बल चाय को यूफोरिया हिरता या अस्थमा प्लांट के साथ बनाकर पिलाएं।
डेंगू से शरीर में पानी की कमी हो जाती है। नारियल पानी में भरपूर मात्रा में मिनरल्स और इलेक्ट्रोलाइट्स होते हैं। इसे लेने से शरीर में तरल पदार्थों का स्तर बना रहता है। इसलिए नारियल पानी को मरीज की डाइट में जरूर शामिल करें।डेंगू के मरीज को सब्जियों का ताजा रस निकाल कर दें। गाजर, खीरा और दूसरी हरी पत्तेदार सब्जियां डेंगू के लक्षणों से लडऩे में सहायक होती हैं। इन सब्जियों में जरूरी विटामिन्स और मिनरल्स होते हैं, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं।
विटामिन सी काफी असरकारी एंटी ऑक्सीडेंट है। यह कॉलेजन के उत्पादन को बढ़ाता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है। संतरा, अनानास, अमरूद, स्ट्रॉबेरी और कीवी खून में लिम्फोसाइट्स के उत्पादन को बढ़ावा देते हैं, जो कि वायरल संक्रमण से लड़ते हैं। नीम की पत्तियां औषधीय गुण के लिए जानी जाती हैं। ये डेंगू वायरस टाइप-2 को बढऩे और फैलने से रोकती हैं। इसलिए यह डेंगू की बहुत ही अच्छी प्राकृतिक दवा है। इसलिए नीम की पत्तियों का काढ़ा बनाकर रोगी को दें। घर में नीम की पत्तियां जलाएं, ताकि मच्छर न हों।

 

 

 

 

 

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