टीबी को जड़ से ख़तम करने की सरकार ने छेड़ी मुहीम

 
संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थय एजेंसी ने विश्व टीबी (जिसे यक्ष्मा भी कहा जाता है) दिवस पर कहा कि टीबी न केवल विश्व का शीर्ष संक्रामक जोनलेवा रोग है बल्कि यह एचआईवी की तरह ही लोगों की मौत का प्रमुख कारण भी है। विश्व स्वास्थय संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार टीबी विश्व का सबसे घातक संक्रामक जानलेवा रोग है जो हर वर्ष लगभग 4500 लोगों की जान लेता है और इससे 30000 लोग पीड़ित हैं।
डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक ने कहा कि वर्ष 2000 से इस जानलेवा बीमारी के रोकथाम और इस इलाज योग्य बीमारी से निपटने के वैश्र्विक प्रयासों ने करीब पांच करोड़ 40 लाख लोगों की जान बचाई और टीबी से मरने वालों की संख्या में 42 फीसदी गिरावट दर्ज की गई। उन्होंने कहा कि इस वर्ष विश्व टीबी दिवस की थीम है- ‘यह टीबी को समाप्त करने का समय है।’
इस विश्व टीबी दिवस पर डब्ल्यूएचओ की ओर से विश्वव्यापी स्वास्थय कवरेज की दिशा में सरकारों, प्रभावित समुदायों, नागरिक समाज संगठनों तथा राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय साझेदारों को ‘एंडटीबी बैनर’ के तहत एकजुट होने को कहा गया है।

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