झारखंड पुलिस को मिली बड़ी सफलता, 2 नक्सलियों को किया गिरफ्तार

झारखंड में पुलिस को 2 बड़ी नक्सलियों को गिरफ्तार करने में सफलता मिली है। लातेहार पुलिस ने भाकपा माओवादी संगठन के 2 टॉप नक्सली कमांडर संजीवन और कुंदन को गिरफ्तार किया है। पता चला है कि दोनों नक्सली लातेहार, पलामू और चतरा के सीमावर्ती इलाकों में भाकपा माओवादी संगठन का दस्ता तैयार कर लेवी वसूलने की प्लानिंग कर रहे थे। बता दें कि नक्सली संजीवन पर 10 लाख वहीं कुंदन पर 5 लाख रुपये का इनाम घोषित है। 

बूढ़ा पहाड़ से भाग गए थे 2 टॉप नक्सली
बताया जाता है कि जब सितंबर 2022 में सुरक्षाबलों ने बूढ़ा पहाड़ में ऑपरेशन ऑक्टोपस शुरू किया तो संजीवन और कुंदन वहां से भाग गए थे। तब, 25 लाख का इनामी टॉप नक्सली कमांडर नवीन कुमार भी अपने कुछ माओवादी साथियों के साथ भागा था। डेढ़ महीने पहले नवीन ने आत्मसमर्पण कर दिया। इसके बाद से ही लातेहार के मटलौंग के रहने वाले संजीवन और कुंदन पलामू, लातेहार और चतरा सहित आसपास के जिलों के सीमावर्ती इलाकों में माओवादी दस्ता तैयार कर रहे थे। संगठन का विस्तार करने का प्रयास कर रहे थे। 

गुप्त सूचना के आधार पर लातेहार से पकड़ाए
सुरक्षाबलों ने गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई की और लातेहार से ही संजीवन और कुंदन को धर दबोचा। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, संजीवन और कुंदन ने पुलिस को भाकपा माओवादी संगठन के विषय में कई अहम जानकारियां दी हैं जो सुरक्षाबलों द्वारा की जा रही कार्रवाई में मददगार साबित होगी। 

युद्धस्तर पर जारी है नक्सलरोधी अभियान
गौरतलब है कि झारखंड में पिछले कुछ वर्षों से युद्धस्तर पर नक्सल विरोधी अभियान जारी है। ऑपरेशन बुल और ऑपरेशन ऑक्टोपस के जरिए नक्सल ठिकानों को ढूंढ़कर खत्म किया जा रहा है। ऑपरेशन ऑक्टोपस के दौरान झारखंड और छत्तीसगढ़ की सीमा पर स्थित बूढ़ा पहाड़ को नक्सलमुक्त किया गया। कोल्हान के जंगलों से नक्सली ठिकानों को ढूंढ़कर नष्ट किया गया। घने और दुर्गम जंगली इलाकों में सुरक्षाबलों का कैंप स्थापित किया गयाा है। झारखंड सरकार ने बूढ़ा पहाड़ पुनर्विकास परियोजना शुरू की है। बड़ी संख्या में नक्सलियों ने आत्मसमर्पण भी किया है। 

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