जीतनराम मांझी का नीतीश पर हमला, लोकप्रियता से घबराकर कुर्सी से उतारा
पटना। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतनराम मांझी ने कहा कि नीतीश कुमार एवं उनकी सरकार दलित विरोधी है। कानूनी हथकंडा अपनाकर दलितों का शोषण कर रही है। जब हम मुख्यमंत्री थें तो बिहार तेजी से विकास के रास्ते पर चल रहा था। जिससे हमारी लोकप्रियता दिनों दिन बढ़ती जा रही थी। इसी बात से घबराकर नीतीश कुमार में हमें कुर्सी से हटा दिया, ताकि कोई दलित का बेटा एक गरीब का बेटा आगे ना बढ़ जाय। पटना जिले पुनपुन ब्लॉक चौराहा के समीप जनसंपर्क अभियान के दौरान उन्होंने यह बात कही।
दरअसल, आगामी आठ अप्रैल को जीतन राम मांझी ने पटना के गांधी मैदान में गरीब महासम्मेलन का आयोजन किया है। इसकी तैयारी को लेकर वे विभिन्न गांवों में भ्रमण कर लोगों को महासम्मेलन में भाग लेने की अपील कर रहे हैं। जनसंपर्क अभियान के दौरान मांझी ने कहा जब वे मुख्यमंत्री थे तो गरीबों के लिए 34 नई योजनाओं को नीतीश कुमार के रखे ताकि असहाय और दबे-कुचके गरीबों का उत्थान हो सके।
परन्तु उससे नीतीश कुमार ने पद से हटा दिया। जीतनराम मांझी ने कहा कि अगर हमारी गठबंधन की सरकार बिहार में बनी तो हम अपना 34 योजनाओं को पूरा करेंगें। साथ ही गरीब तबके के पत्रकारों को प्रत्येक माह पांच हजार रुपया मानदेय के रूप में देंगें, क्योंकि हमें सबका ख्याल है, पूरे बिहार की जनता का ख्याल है।