जिन देशों में गए मोदी वहां से भारत में आए 1.30 लाख करोड़ रूपये


phpThumb_generated_thumbnailनई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक बार फिर से अमरीका यात्रा पर जा रहे हैं और वहां वे फेसबुक, एपल समेत कई दिग्गज कंपनियों के सीईओ से मुलाकात करेंगे। पीएम मोदी भारत में निवेश के लिए अमरीकी कंपनियों को न्योता देंगे। साथ ही वे बताएंगे कि उनके पीएम बनने के बाद से किस तरह से प्रत्यक्ष विदेशी निवेश(एफडीआई) में बढ़ोत्तरी हुई है।

प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी ने जिन देशों की यात्रा की है वहां की कंपनियों ने एफडीआई के जरिए भारत में वित्तीय वर्ष 2014-15 में 19.78 बिलियन डॉलर यानि 1.30 लाख करोड़ का निवेश किया है। यह कुल निवेश 30.93 बिलियन डॉलर का दो-तिहाई है और 2014-15 में एफडीआई में 27 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी भी हुई है। सितम्बर 2014 में मेक इन इंडिया अभियान की शुरूआत के बाद अक्टूबर-अप्रैल 2013-14 की तुलना में अक्टूबर-अप्रैल 2014-15 के बीच एफडीआई में 48 फीसदी की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई

मोदी की यात्राओं के कारण बढ़ा निवेश

 

प्रधानमंत्री बुधवार को न्यूयॉर्क पहुंचेंगे और उनकी यात्रा ऎसे समय में हो रही है जब आर्थिक सुधार लागू करने में उनकी सरकार के नाकाम रहने की निराशा बढ़ रही है। एक विदेशी राजनयिक ने बताया कि मोदी सरकार के आर्थिक सुधारों और व्यापार सरलीकरण की दिशा में लिए गए फैसलों पर सवाल उठता है, हालांकि जापान में कार्यरत भारतीय राजनयिक ऎसा नहीं मानते हैं। पीएम मोदी की विदेश यात्राओं पर कई लोग सवाल उठाते हैं जबकि कइयों का कहना है कि इससे देश में व्यापार का माहौल पनपा है

विदेश यात्राओं पर उठे हैं सवाल

 

जापान ने भारत में अगले पांच साल में 35 बिलियन डॉलर, दक्षिण कोरिया ने 10 बिलियन डॉलर, चीन ने 20 बिलियन डॉलर, फ्रांस ने 2.26 बिलियन डॉलर और यूएई ने 75 बिलियन डॉलर का निवेश करने का विश्वास दिलाया है। यूएई की यात्रा मोदी ने पिछले महीने ही की थी और यह निवेश इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र में किया जाएगा। इन देशों के अलावा नवंबर में पीएम मोदी के दौरे से पहले ब्रिटेन ने निवेशकों के लिए कार्यक्रम आयोजित किया है जबकि जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल अक्टूबर में अपनी भारत यात्रा के दौरान मेक इन इंडिया को लेकर घोषणाएं कर सकती है

अब तक इतने निवेश का मिला भरोसा

 

 

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