जानें, कौन से ग्रह से क्‍या रोग होते हैं, और क्‍या हैं उपाय

हर ग्रह अलग-अलग अंगों का कारक है और अगर हमारी राशि में किसी ग्रह में भी कोई दोष है तो हमें बीमारी का सामना करना ही पड़ेगा। हम सब ग्रहों के इस दोष को पूरी तरह खत्म तो नहीं कर सकते हां कुछ उपाय कर इसे कम जरूर कर सकते हैं आइए जानें कौन से ग्रह से क्या रोग होते हैं क्या उपाय करें की इससे निजाज मिलें । सूर्य हड्डियों का कारक है अगर किसी व्यक्ति विशेष को हड्डियों का कोई रोग है तो उसे सूर्य ग्रह के उपाय से लाभ प्राप्त होगा। इस हेतु गेहूं सोना, ताम्बा, गुड़ आदि के दान से लाभ मिलता है।इसी तरह चंद्रमा से विशेष फल की प्राप्ति होगी। सर्दी, जुकाम का भी कारक चन्द्र ही है। चन्द्र ग्रह के उपाय हेतु चावल, जल, दूध, चांदी, चीनी का दान अत्यंत उत्तम बताया गया है। राहू और केतु की शांति के लिए सूजी के हलवे और मूली के दान से लाभ मिलता है। बुखार, दुर्घटना का कारक मंगल ग्रह है। गुड़ का दान मंगल के लिए उत्तम है। माना जाता है कि अगर कोई जातक गायों को गुड़ खिलाता है तो उसका सूर्य और मंगल दोनों ही प्रभावी रहेंगे।

बुध ग्रह हरे रंग को संबोधित करता है। गायों को हरा चारा डालना, हरी मूंग का दान बुध के विशेष उपाय हैं। खांसी, गले के रोगों का कारक ही बुध है अगर बुध के उपाय किए जाएं तो जातक को इन बीमारियों से जल्दी ही छुटकारा मिलता चला जाएगा। बृहस्पति ग्रह गुरु का कारक है। गुरु की सेवा से बृहस्पति को बल मिलता है और मनुष्य की हर प्रकार की समस्याएं हल होती हैं। चने की दाल,बेसन, सोना यह सब बृहस्पति के कारक हैं इन चीजों के दान से बृहस्पति को शक्तिशाली किया जा सकता है।

अगर किसी व्यक्ति का बृहस्पति खराब है तो वह गुर्दे की तकलीफ, मधुमेह आदि से ग्रस्त रहता है। शुक्र ग्रह सुन्दरता का प्रतीक है। इसके कारक हैं चांदी, चीनी और सफेद वस्तुएं। अगर शुक्र ग्रह बलशाली है तो जातक सुखमय जिंदगी जीता चला जाएगा।शनि ग्रह कैंसर, दिल से सम्बंधित रोगों का कारक है। शनि से संबंधित वस्तुओं का दान किया जाए तो शनि के दुष्प्रभाव से छुटकारा मिलता चला जाएगा। शनि की कारक वस्तुएं हैं आलू, तेल, लोहा आदि।

ज्योतिष के अनुसार जब भी कोई जीव जन्म लेता है तो उसे अपने पूर्व जन्मों का ऋण चुकाना ही पड़ता है परन्तु वह यह ऋण किस प्रकार चुकाता है यह उसका प्रारब्ध है। जीव जो भी पूर्व जन्मों में कर्म करके आया है और जो ऋण उसको चुकाना है वह उसकी कुंडली में स्पष्ट होता है। किसी भी ज्योतिषाचार्य को कुंडली दिखा कर उपाय पूछा जा सकता है जिससे पूर्व जन्मों के किए कर्मों का ऋण हम चुका सकें। उन उपायों के माध्यम से हम अपना और अपने परिवार का जीवन सुखमय बना सकते हैं।

दान से यूं संवारें अपना जीवन

बेसन तथा आटे को तेल में भून कर चीनी मिला कर चींटियों को खिलाने से दाम्पत्य जीवन में मधुरता आती है।

कुत्ते को दूध व ब्रैड देने से चन्द्र, शनि व राहू की शांति होती है।

कुष्ठ रोगियों को सिक्के दान करने चाहिएं इससे शनि शांत होता है।

पौधों की देख-रेख करने से राहू, बुध को शक्ति मिलती है।

मानसिक तनाव में लाभ के लिए अस्पताल के रोगियों में दूध वितरित करना चाहिए।

गाय को नित्य मीठी रोटी/नमकीन रोटी खिलाने से मानसिक शांति प्राप्त होती है।

शिक्षा सम्बन्धी सामग्री बांटने से बृहस्पति की दशा सुधरती है और बच्चे का पढ़ाई में मन लगता है।

बंदरों को केला और भुने चने खिलाने से मंगल व शनि की शांति होती है।

पक्षियों को भुजिया खिलाने से राहू को शांत किया जा सकता है।

 

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