जानिये क्यों खास और अनोखा है पहला बड़ा मंगलवार

 

 

हस्त नक्षत्र में चैत्र शुक्ल पक्ष स्नान दान पूर्णिमा पर २१ मई को हनुमान जयंती मानाई जाएगी। हनुमान जयंती के दिन मंगलवार होने का भी विशेष संयोग पड़ रहा है। इसके कारण शहर के हनुमान और शनि मंदिरों पर भी हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए भक्त विशेष पूजा-अर्जना व अभिषेक करेंगे।इससे पहले हनुमान जयंती के ऐसे संयोग 10 साल पहले2008 में भी बने थे। यमघट योग में हनुमान जी का पूजन करना विशेष फलदायक रहेगा।  इस सवंत्सर के राजा सूर्य और मंत्री शनि हैं। वहीं इन दिनों वृषभ व कन्या राशि पर ढैय्या शनि एवं वृश्चिक, धनु, मकर राशि पर शनि की साढ़े साती का प्रभाव चल रहा है।ऐसे में हनुमान जयंती के दिन शनिवार को शनि पर तेल चढ़ाने से ग्रह की शांति होगी। क्योंकि जब हनुमानजी ने शनिदेव को लंका से मुक्त कराया था, तब सूर्यपुत्र शनिदेव ने हनुमानजी को वचन दिया था कि आपकी भक्ति करने वालों की राशि में आकर भी वे कभी उन्हें पीड़ा नहीं पहुंचाएंगे।यूं तो हनुमान जयंती पर की गई पूजा हर किसी के लिए विशेष पुण्यदायक है, लेकिन विद्यार्थियों एवं व्यापारियों के लिए यह विशेष लाभदायक है। हनुमानजी भक्ति व शक्ति का संगम हैं जो भक्तों की सभी मनोकामनाओं को पूर्ण करते हैं। हनुमान जयंती पर मारुति नंदन को चोला चढ़ाने से साधक को साकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है, साथ ही सभी बाधाओं से मुक्ती भी मिलती है।

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