जानिये, क्या है मतलब आपकी हथेली पर बने पर्वत का…

ज्योतिषशास्त्र में हस्तरेखाओं का बहुत महत्व है। हस्तरेखा विज्ञान के आधार पर किसी भी व्यक्ति के जीवन से जुड़ी महत्वपूर्ण घटनाओं के बारे में ज्योतिषी बताते हैं। ज्योतिष के अनुसार, हमारी हथेली पर कई महत्वपूर्ण उभार होते हैं, जिन्हें हस्तरेखा विज्ञान में पर्वत कहा जाता है। इन पर्वतों का महत्व क्या है और ये हमारे जीवन पर कैसे प्रभाव डालते हैं, जानिए यहां…

गुरु पर्वत और इसका महत्व
तर्जनी के नीचे वाले पर्वत को गुरु पर्वत कहते हैं। विकसित गुरु पर्वत वाला व्यक्ति शक्तिशाली, महत्वकांक्षी व नेतृत्व शक्ति को दर्शाता है।

शनि पर्वत और हथेली पर महत्व
मध्यमा के नीचे स्थित पर्वत को शनि पर्वत कहते हैं। इस पर्वत का विकास बुद्धिमत्ता, स्थिरता व गंभीरता को संकेत करता है।

सूर्य पर्वत और हस्तरेखा विज्ञान
अनामिका के नीचे स्थित पर्वत को सूर्य पर्वत कहते हैं। विकसित सूर्य पर्वत सौंदर्य, यश व प्रतिष्ठा का प्रतीक है।

बुध पर्वत का जीवन में महत्व
कनिष्ठा के नीचे वाले पर्वत को बुध पर्वत कहते हैं। यह पर्वत मानसिक बल, शक्ति व भाषा पर अधिकार का सूचक है।

शुक्र पर्वत का हम पर प्रभाव
अंगूठे के नीचे बना पर्वत शुक्र पर्वत कहलाता है। पर्वत का विस्तार व उठाव व्यक्ति में समृद्धता दर्शाता है। उच्च जीवन स्तर व सम्मान का सूचक है यह पर्वत।

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