जानिये कितने शुभ और मंगलकारी हैं ये नवरात्रि आपके लिए

nav1श्विन शुक्ल पक्ष प्रतिपदा 13 अक्टूबर मंगलवार से प्रारंभ हो जाएंगे। आठ साल बाद बन रहे चित्रा नक्षत्र में वैधृति योग होने से अभिजीत नक्षत्र में घटस्थापना करना श्रीकारक होगा। नवरात्रि महापर्व इस बार दस दिन का होगा। नवमी और दशहरा एक साथ होगा। नवरात्रि में माता घोड़े पर सवार होकर आएगी। प्रतिपदा तिथि पूर्ण रात्रि तक होने से शुभ रहेगी।

इस बार ग्रह स्थिति बुधादित्य योग, उच्च के राहू तथा बुध और सिंहस्थ बृहस्पति के होने से चल-अचल संपत्ति की खरीद तथा व्यापार के लिए विशेषकर लाभप्रद रहेगी। 13 अक्टूबर को चित्रा नक्षत्र देर रात 4.38 तथा वैधृति योग रात 11.17 तक रहेगा। इसका विशेष विधान देवी भागवत में बताया गया है। अभिजीत मुहूर्त में 11.49 से लेकर 12.35 बजे तक घटस्थापना करनी चाहिए। जो लोग इस समय घटस्थापना नहीं कर पाते, वे सुबह शुभ मुहूर्त 6.22 बजे से लेकर 6.45 बजे भी कर सकते हैं। प्रतिपदा 13 व 14 अक्टूबर को सुबह 8 बजे तक होने से दोनों दिन मानी जाएगी।

नौ दिन के व्रत और पर्व

13 अक्टूबर को नवरात्रि प्रारंभ होंगे व इस दिन अग्रसेन जयंती भी रहेगी। 14 अक्टूबर को मां ब्रह्मचारिणी की पूजा होगी। 15 अक्टूबर को मां चंद्रघटा की पूजा व हिजरी संवत (इस्लामी नया साल प्रारंभ) होगा। 16 अक्टूबर को कुष्मांडा पूजा और विश्व खाद्य दिवस है। 17 अक्टूबर को स्कंदमाता की पूजा और विनायक चतुर्थी है। 18 अक्टूबर को कात्यायनी पूजा, 19 अक्टूबर को कालरात्रि पूजन व सरस्वती पूजन होगा 20 अक्टूबर को महागौरी पूजन व नवपद ओली है। 21 अक्टूबर को मां सिद्धिदात्री की पूजा व महाष्टमी पूजन होगा। 22 अक्टूबर को महानवमी,  दशहरा और बुद्ध जयंती है।

 

 

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