जानिए112 फुट की आदियोगी की प्रतिमा के समक्ष होने वाले इस कार्यक्रम की पूरी जानकारी..

ईशा योगा सेंटर और सद्गुरु के समर्थकों की संख्या के कारण इस साल भी ऑनलाइन लाइव स्ट्रीम किया जाएगा इसका प्रसारण सोशल मीडिया के साथ-साथ प्रमुख टेलीविजन नेटवर्क पर भी किया जाएगा। 112 फुट की आदियोगी की प्रतिमा के समक्ष होने वाले इस कार्यक्रम की पूरी जानकारी जानिए।

फाल्गुन मास में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाए जाने वाले महात्योहार यानी महाशिवरात्रि की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। 18 फरवरी 2023 को शिव और शक्ति के मिलन की रात के रूप में मनाए जाने वाले इस त्योहार के मौके पर इस बार महा आयोजन की तैयारी की गई है। इस बार सद्गुरु द्वारा आयोजित की जाने वाली महाशिवरात्रि के आयोजन में बतौर मुख्य अतिथि राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू मौजूद रहेंगी। इस दौरान महा अन्नदानम नाम से एक नई शुरुआत भी की जाएगी और श्रद्धालुओं को घर बैठे मुफ्त में अभिमंत्रित रुद्राक्ष पाने का भी मौका मिलेगा।

दरअसल, आध्यात्मिक रूप से प्रकृति और पुरुष के मिलन की रात के रूप में महत्व पाने वाले महाशिवरात्रि को श्रद्धालुओं द्वारा जोर-शोर से मनाया जाता है। देश भर के मशहूर से लेकर गली-मोहल्लों के मंदिरों में भी महादेव की पूजा की जबरदस्त तैयारियां की जाती हैं। इस कड़ी में ईशा फाउंडेशन के संस्थापक और आध्यात्मिक गुरु यानी सद्गुरु द्वारा कोयंबतूर स्थित ईशा योग केंद्र में महाशिवरात्रि के महापर्व का आयोजन किया जा रहा है। 18 फरवरी शाम छह बजे से लेकर अगले दिन सुबह छह बजे तक चलने वाले इस महान आयोजन में राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करेंगी।

इस त्योहार की विशालता और महत्ता का अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि बीते वर्ष दुनिया भर में 14 करोड़ लोगों ने इस आयोजन को देखा था। प्रमुख सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म कू ऐप पर आध्यात्मिकता और जीवन का संदेश देने वाले सद्गुरु ने अपने कू पेज के जरिये भव्य महाशिवरात्रि पूजा की घोषणा की और इस पूजा के लिए श्रद्धालुओं को आमंत्रित करते हुए बताया कि यह फरवरी में होने वाला दुनिया का सबसे बड़ा समारोह है।

सद्गुरु ने अपनी पोस्ट में लिखा, “इस महीने होने वाले दुनिया के सबसे बड़े समारोह में भाग लीजिए। पिछले साल ईशा की महाशिवरात्रि को 14 करोड़ से अधिक लोगों ने देखा था।

कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण

  • भैरवी महायात्रा
  • आदियोगी दिव्य दर्शन
  • सद्गुरु के साथ मध्य रात्रि ध्यान
  • जाने माने कलाकारों के सुरीले परफॉरमेंस
  • एवं संगीतमय सांस्कृतिक प्रदर्शन

बता दें कि ईशा योग केंद्र से प्रसारित होने वाले लाइवस्ट्रीम में निशुल्क है। यह लाइव स्ट्रीमिंग भारतीय समय अनुसार शाम 6 बजे से सुबह 6 बजे तक होगी।

महा-अन्नदानम

बता दें कि इस वर्ष उम्मीद जताई जा रही है कि यह आयोजन पिछले वर्ष 14 करोड़ लोगों द्वारा इसे देखे जाने का भी रिकॉर्ड तोड़ देगा। वहीं, इस आयोजन के साथ ही सद्गुरु द्वारा महा-अन्नदानम के नाम से एक नई शुरुआत भी की जा रही है। इस संबंध में कू ऐप पर की गई अपनी पोस्ट में सद्गुरु लिखते हैं, “मातृत्व का एक महत्वपूर्ण पहलू पोषण प्रदान करना है। इस परंपरा में, अन्नदान, भोजन की पवित्र भेंट, आपको दुनिया के लिए मां होने का सौभाग्य देता है।” सद्गुरु ने अन्नदान के लिए लोगों को आमंत्रित करते हुए इससे होने वाले फायदे भी गिनाए हैं।

मुफ्त रुद्राक्ष

सद्गुरु ने अपनी वेबसाइट के जरिये श्रद्धालुओं के लिए मुफ्त रुद्राक्ष का भी प्रबंध किया है। जो भी श्रद्धालु सद्गुरु द्वारा अभिमंत्रित रुद्राक्ष को घर बैठे हासिल करना चाहते हैं, वह वेबसाइट पर जाकर अपना नाम और पता दर्ज करके पंजीकरण करवा सकते हैं। पंजीकरण कराने वाले श्रद्धालुओं को रुद्राक्ष, ईशा विभूति, अभय सूत्र (धागा) और आदियोगी की एक तस्वीर भेजी जाएगी।

Back to top button