जानिए हैण्ड सेक्स करने से महिलाओं और पुरुषों को कैसे होता है फायदा या नुकसान

पुरुषों का हस्तमैथुन करना बहुत आम बात मानी जाती है पर लड़कियों के लिए इसे असामान्य माना जाता है. हालांकि सच्चाई यह नहीं है. महिलाएं में भी कामुकता होती है और कई बार यह पुरुषों से ज्यादा होती है. हस्तमैथुन को अक्सर अश्लीलता के नजरिए से देखा जाता है जबकि इसके स्वास्थ्य के नजरिए से इस पर गौर कम ही किया जाता है. महिलाओं के लिए हस्तमैथुन लाभप्रद है या फिर खतरनाक, यह जानना जरूरी है.

एक रिसर्च के मुताबिक, 18 से ऊपर उम्र की अधिकतर महिलाओं ने कम से कम एक बार हस्तमैथुन किया था, लेकिन कुछ महिलाएं इसे नियमित तौर पर करती हैं. इंडियाना यूनिवर्सिटी के नैशनल सर्वे के अनुसार, 25 से 29 के बीच 7.9 प्रतिशत महिलाएं एक सप्ताह में 2-3 बार हस्तमैथुन करती हैं.  वहीं 23.4 प्रतिशत पुरुष एक सप्ताह में 3-4 बार हस्तमैथुन करते हैं.हस्तमैथुन सामान्य, आनंददायक और हेल्दी एक्सपीरियंस है. ऑर्गैजम से एंडॉरफिन्स डोपामाइन और ऑक्सीटोसिन रिलीज होता है जिससे आपके मूड को अच्छा बनाने में मदद मिलती है. 

इससे आप ज्यादा आत्मविश्वास से भरी नजर आती हैं. एक बार आपको अपनी पसंद का पता चल जाता है तो आप अपने पार्टनर के साथ भी अपनी पसंद-नापसंद साझा कर सकती हैं.

इसके जरिए आप अपने शरीर के प्रति बहुत ही सहज महसूस करने लगती हैं. आपका शरीर आपका सबसे बड़ा दोस्त है. यह पूरी जिंदगी भर के लिए आपका साथ देता है. आपकी अपने शरीर की बनावट के प्रति झिझक खत्म हो जाती है. अगर आपका यौन संबंध बनाने का मन नहीं है तो यौन संतुष्टि पाने का हस्तमैथुन एक बढ़िया विकल्प है. इससे तनाव दूर होता है.

ऑर्गैजम से शारीरिक और भावानात्मक तनाव से मुक्ति मिल जाती है जिससे आपको बेहतर नींद लेने में मदद मिलती है. बिस्तर पर जाते ही आपको नींद आ जाती है. डॉक्टरों के मुताबिक, एक किताब पढ़ने से जिस तरह अच्छी नींद लेने में मदद मिलती है, उतनी ही मदद हस्तमैथुन करने से भी मिलती है. आप बिल्कुल शांत और तनावरहित हो जाते हैं.

कई लोगों को हस्तमैथुन करने से पीरियड्स के दौरान कम दर्द होता है. अगर आपके साथ भी ऐसा है तो हस्तमैथुन आपके लिए काफी मददगार साबित हो सकता है.

कोई भी चीज जिससे आपको रिलैक्स होने में मदद मिलती है चाहे वह योग हो या फिर फूट मसाज, आपको उसे अपनाने की जरूरत है. यह जरूरी नहीं है कि यह शारीरिक संबंध बनाने से ही जुड़ा हुआ हो लेकिन शारीरिक संबंध और यौन संतुष्टि इन्हीं तरीकों में से एक है.

हस्तमैथुन से खून का प्रवाह बढ़ता है और शरीर के ऊतक ज्यादा बेहतर ढंग से काम कर पाते हैं. शारीरिक संबंध बनाने के प्रति लज्जा, खेद और शर्म की भावना खत्म हो जाती है. 

हस्तमैथुन करने का कोई भी नकारात्मक असर नहीं पड़ता है. इसे करने से आपको कोई भी नुकसान नहीं पहुंचता है. ना तो आप बीमार पड़ेंगे और ना ही आपको प्रेगनेंट होने का कोई डर सताएगा. 

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