जानिए, लक्ष्मी जी के साथ गणेश जी की पूजा क्यों की जाती है ?

धर्म कर्म से जुड़े बहुत से  क्रिया –  कलाप तो हम करते है. पर हमें उनकी वास्तविकता और महत्वता का ज्ञान  नहीं होता हम बस परम्परागत तौर पर ही उन्हें अपनाते रहते है. पर अब आप इन धर्म कर्म से जुड़े तथ्यों को भली भाँती जान सकते है . आपने अपने  जीवन में श्री नाम तो सुना ही होगा इसकी बहुत ही महत्वता है. इससे आपके जीवन में  मात्र  धन संपत्ति ही नहीं, ख्याति और प्रतिष्ठा भी  इसी नाम से  प्राप्त होती है। और यही श्री नाम  लक्ष्मी है. और इनके साथ गणेश जो इनसे प्राप्त वस्तुओं की  बुद्धि के स्वामी कहे जाते हैं।जानिए, लक्ष्मी जी के साथ गणेश जी की पूजा क्यों की जाती है ?

कहने का तात्पर्य यह है कि गणेशजी व लक्ष्मीजी की पूजा उपासना साथ करने से जहां लक्ष्मी से धन-संपदा की प्रार्थना की जाती है। वहीं लक्ष्मी को सदैव स्थिर रखने के लिए, उसे सदैव अपने पास रखने के लिए गणेशजी की पूजा करते हैं। उनसे यह प्रार्थना की जाती है कि वे रिद्धि और सिद्धि प्रदान करें.

आपके पास विवेक एवं बुद्धि होगी जो गणेश जी से प्राप्त होगी उनकी आराधना करने से , तभी आप  लक्ष्मी का सद उपयोग करेंगे और उसे  लम्बे समय तक संभालकर रख पाएंगें.  और निरंतर लक्ष्मी में वृद्धि भी कर पाएंगें । यही कारण है कि इन दोनों देवी-देवता की साथ में पूजा की जाती है।

भारतीय पंरपरा और लोक मान्यता के अनुसार प्रयत्न करने वाले के सभी मनोरथ पूरे होते हैं. और बिना विघ्न-बाधा के संपन्न हो जाते हैं। यदि ऐसी विभूति के साथ संयोग हो जाए महालक्ष्मी का, जो सभी संपत्तियों और निधियों की स्वामिनी है, तो किस बात की कमी रह जाती है। यही विशेष कारण है कि प्राय: लक्ष्मी व गणेश की पूजा साथ में की जाती है।

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