जानिए नाना पाटेकर ने राजस्थान के माउंट आबू में ब्रह्मकुमारी संस्थान में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि

राजस्थान में आज से जल जन अभियान शुरू होगा। इसकी शुरुआत शुक्रवार को पीएम नरेंद्र मोदी वर्चुअली करेंगे। शुरुआत आबूरोड (सिरोही) के ब्रह्माकुमारीज संस्थान से की जा रही है। इस कार्यक्रम को लेकर केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और उदयपुर के महाराज कुमार लक्ष्यराज सिंह बुधवार देर रात ब्रह्मकुमारी संस्थान पहुंचे।भाजपा पदाधिकारियों और ब्रह्माकुमारीज के सदस्यों ने स्वागत किया। वहीं कार्यक्रम में भाग लेने के लिए अभिनेता नाना पाटेकर, कवि-गीतकार मनोज मुंतशिर भी कार्यक्रम में शिकरत कर रहे हैं। नाना पाटेकर ने राजस्थान के माउंट आबू सिरोही में ब्रह्मकुमारी संस्थान में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि बढ़ती आबादी चिंता का विषय है। हमें पानी का सही उपयोग करना होगा। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा- ‘हम समझ नहीं पा रहे हैं। हम पानी का उपयोग सही नहीं कर रहे हैं। हमारी समस्या है, बच्चे बड़े हो जाते हैं और शहर की ओर चले जाते हैं। गांव की ओर नहीं लौटते हैं। हमें नए तरीके से खेती करनी पड़ेगी और यह पलायन खत्म होना चाहिए।’

नाना पाटेकर ने जल जन अभियान का शुभारंभ किया

राजस्थान के सिरोही जिले के आबूरोड स्थित ब्रह्मकुमारी संस्थान में गुरुवार को जल जन अभियान का शुभारंभ कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में फिल्म अभिनेता पद्मश्री नाना पाटेकर ने भाग लिया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नाना पाटेकर ने कहा कि देश में पानी की समस्या बहुत है। महाराष्ट्र में भी पानी की समस्या है. लेकिन इन देश के लिए सबसे बड़ी समस्या बढ़ती आबादी है। देश में लगातार आबादी बढ़ रही है। पहले आबादी 35 करोड़ थी और अब 135 करोड़ हो गई है। उन्होंने कहा कि हमारे पास सीमित साधन है। भूमि सीमित है और पानी सीमित है। ऐसे में देश में बढ़ती आबादी को रोकने के लिए कदम उठाना चाहिए।

महाराष्ट्र में पानी की कमी पर चिता जताई 

पद्मश्री नाना पाटेकर ने महाराष्ट्र में किसानों के आत्महत्या मामले पर कहा कि आत्महत्या करने वाले परिवार के सामने खाने की समस्या खड़ी होती है, जिसे दूर करना होगा। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में पानी की कमी है। लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि प्रकृति ने हमेशा सब कुछ दिया। हम संसाधन का सही उपयोग नहीं कर पा रहे हैं। हमारी समस्या है कि बच्चे बड़े होते ही शहर की ओर चले जाते हैं। इसके बाद वे गांव की ओर नहीं लौटते हैं। खेती को लेकर पाटेकर ने कहा कि हमें नए तरीके से खेती करनी पड़ेगी और यह पलायन खत्म होना चाहिए।बता दें,जल जन अभियान ब्रह्मकुमारी संस्थान और जलशक्ति मंत्रालय के संयुक्त तत्वाधान में चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत देशभर में जलस्रोत का जीर्णोद्धार किया जाएगा। इस अभियान के अंतर्गत ब्रह्माकुमारीज संस्थान और जलशक्ति मंत्रालय से जुड़े लोग आठ महीने तक देशभर के पांच हजार से ज्यादा जलाशयों को संरक्षित करने का काम करेंगे। साथ ही नए जलाशयों के निर्माण के लिए जल जागरुकता अभियान चलाकर लोगों को जागरुक किया जाएगा। अभियान के जरिए 10 हजार कार्यक्रमों का आयोजन कर 10 करोड़ लोगों तक पहुंचने का लक्ष्य रखा गया है। 

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