जानिए क्या है इस वायरल तस्वीर का सच, अल्लाह के लिए चलती ट्रेन को…

इन दिनों सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें वायरल हो रही है जिनमें रेलवे ट्रैक पर बैठे बहुत से लोग नमाज पढ़ते दिखाई दे रहे हैं जबकि तस्वीर में उनके पीछे एक इंजन भी रुका खड़ा नजर आ रहा है। इस फोटो को लेकर इंटरनेट पर अलग-अलग कहानी बयान की जा रही हैं। किसी का दावा है कि यह फोटो मुजफ्फरपुर बिहार की है तो किसी का दावा है कि इस ट्रेन को रोक कर नमाज पढ़ने के चक्कर में कई बच्चे NEET की परीक्षा के लिए समय पर नहीं पहुंच सके।जानिए क्या है इस वायरल तस्वीर का सच, अल्लाह के लिए चलती ट्रेन को...

वैसे तस्वीर से ये बात तो साफ हो रही है कि ये कोई रेलवे स्टेशन है, लेकिन ये जगह कौन सी है और नमाज ट्रेन की पटरियों के बीच में क्यों पढ़ी जा रही है इसको लेकर जरूर लोगों को गुमराह किया जा रहा है। इस तस्वीर को लेकर यह भी दावा किया गया कि फोटो तमिलनाडु में किसी स्टेशन की है जहां ट्रेन को इसी नमाज की वजह से रोकना पड़ा और बच्चे परीक्षा के लिए नहीं पहुंच सके। जाहिर सी बात है कि एक ही तस्वीर की इतनी सारी कहानियां तो हो नहीं सकती।जानिए क्या है इस वायरल तस्वीर का सच, अल्लाह के लिए चलती ट्रेन को...

यह तस्वीर किसी एक ही जगह की रही होगी, लेकिन आपको जानकर ताज्जुब होगा कि यह तस्वीर सोशल मीडिया पर बताई जा रही इन दोनों जगहों से कोई ताल्लुक नहीं रखती। दरअसल, इस तस्वीर की सच्चाई कुछ और है जो आज हम आपको अपनी इस स्टोरी में बताएंगे। इस फोटो की सच्चाई जानने के लिए आपको भी ज्यादा खोजबीन की जरूरत नहीं है। जी हां, केवल आपको इसे गूगल पर ‘Namaz on railway track’ शब्द लिखकर टटोलना है। बस फिर सच साफ-साफ आपके सामने होगा। वैसे फोटो सर्च करने पर इसी जगह की कई और फोटो ही नहीं वीडियो भी सामने आ जाते हैं।जानिए क्या है इस वायरल तस्वीर का सच, अल्लाह के लिए चलती ट्रेन को...

बता दें इस फोटो को टाइम्स ऑफ इंडिया के फोटो जर्नलिस्ट अनिंद्या चट्टोपाध्याय ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शूट किया था। उनके द्वारा लिखे गए ब्लाग में इस फोटो के बारे में और जानकारी दी गई है। फोटो लेने वाले फोटोग्राफर ने खुद बताया है कि ये नई दिल्ली स्टेशन पर अलविदा की नमाज के दौरान ली गई फोटो है।जानिए क्या है इस वायरल तस्वीर का सच, अल्लाह के लिए चलती ट्रेन को...

अनिंद्या चट्टोपाध्याय ने जिस जगह की ये फोटो ली है वो नई दिल्ली और सदर बाजार के बीच में है जिसका नाम है नबी करीम। वहां पर अच्छन मिंया की मस्जिद है। पहले इस मस्जिद में सिर्फ रेलवे कॉलोनी में रहने वाले रेलवे के स्टाफ ही नमाज पढ़ते थे लेकिन बाद में आसपास के लोग भी यहां आने लगे, जब लोगों की संख्या बढ़ी तो मस्जिद में जगह कम पड़ गई और लोग ट्रैक तक जाकर भी नमाज पढ़ने लगे। अगर अब आपके पास गलत सूचना के साथ यह तस्वीर व्हाट्स एप या मैसेंजर पर आए तो कृप्या कर इसे आगे शेयर करने से बचें।

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