जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों का बड़ा सर्च ऑपरेशन, 14 गांवों में तलाशी अभियान

जम्मू-कश्मीर में एक बार फिर से सुरक्षाबलों का बड़ा सर्च ऑपरेशन जारी है। जवान 14 गावों की तलाशी ले रहे हैं। इन गांवों में आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली है।

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में यह सर्च ऑपरेशन चल रहा है। 14 गांवों में आतंकियों के छिपे होने की खबर पर सुरक्षाबलों ने सोमवार सुबह सर्च ऑपरेशन चलाया। सीआरपीएफ, सेना और राज्य पुलिस मिलकर तलाशी अभियान चला रही है।

हिज्ब कमांडर जहूर ठोकर व मंजूर कार के पैतृक गांव में आतंकियों की मौजूदगी की सूचना पर सुरक्षा बलों ने कासो चलाया है। सुरक्षा बलों ने सिरनू के कार मोहल्ला को घेरकर तलाशी ली।

वहीं दक्षिणी कश्मीर के पुलवामा जिले में हिज्ब के ऑपरेशनल कमांडर रियाज नायकू के पैतृक गांव बेगपोरा के नायकू मोहल्ला में शनिवार रात को चलाए गए कासो के दौरान रातभर इलाके में हिंसक प्रदर्शन चलते रहे। सुरक्षा बलों पर पथराव के बाद आंसू गैस के गोले दागे गए। हिंसक प्रदर्शनों से रातभर तनाव रहा।

रविवार को भी शोपियां जिले में सुरक्षा बलों ने तलाशी अभियान चलाया था। मुठभेड़ के दौरान हिज्ब कमांडर जीनत उल इस्लाम सहित तीन आतंकी सुरक्षा बलों को चकमा दे भाग निकले। दरअसल मुठभेड़ शुरू होते ही हिंसा भड़क उठी। 

स्थानीय लोगों ने सुरक्षा बलों पर जबर्दस्त पथराव किया। हिंसक प्रदर्शन का फायदा उठाते हुए आतंकी भाग निकलने में कामयाब रहे। हिंसक प्रदर्शन में आठ पत्थरबाज घायल हुए हैं। 

आतंकियों की मौजूदगी की सूचना पर लाडी गांव को घेरकर सुरक्षा बलों ने सर्च आपरेशन शुरू किया। घेरा सख्त होता देख छिपे आतंकियों ने सुरक्षा बलों पर फायरिंग की। जवानों की ओर से भी जवाबी करते हुए फायरिंग की गई।  

मुठभेड़ की सूचना मिलते ही स्थानीय युवा सड़कों पर उतर आए। उन्होंने सुरक्षा बलों पर पथराव शुरू कर दिया। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए सुरक्षा बलों ने आंसू गैस के गोले दागे। इसके बाद भी पत्थरबाजी नहीं रुकी तो पेलेट गन का इस्तेमाल किया गया। 

इसमें सात पत्थरबाजों के घायल होने की सूचना है। पेलेट गन से घायल हुए तीन को जैनपोरा अस्पताल जबकि पांच अन्य को पुलवामा अस्पताल में ले जाया गया। इस बीच हिंसा का फायदा उठाते हुए आतंकी मौके से भाग निकले। सूत्रों ने बताया कि फंसे आतंकियों में हिज्ब कमांडर जीनत उल इस्लाम भी था।

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