छत्तीसगढ़ में आटो सेक्टर पार्क स्थापना की योजना

रायपुर,30 अगस्त।छत्तीसगढ़ राज्य औद्योगिक विकास निगम (सीएसआईडीसी)के प्रबंध निदेशक अरुण प्रसाद ने कहा कि सरकार ऑटो सेक्टर पार्क स्थापित करने की योजना बना रही है।
श्री प्रसाद ने फिक्की के “छत्तीसगढ़ में इंजीनियरिंग एवं ऑटो कंपोनेंट सेक्टर में निवेश के अवसर” विषय पर आज आयोजित वेबिनार में कहा कि छत्तीसगढ़ की मौजूदा बिजली उत्पादन क्षमता 23,800 मेगावाट है, जिसे 36,000 मेगावाट करने की सरकार की योजना है। कुल उत्पादित बिजली में से मात्र एक बटा छठ हिस्सा हमारे प्रदेश में उपयोग होता है। छत्तीसगढ़ में बिजली शुल्क बहुत प्रतिस्पर्धात्मक है। रहन-सहन पर खर्च कम होता है और सस्ते श्रमिक भी उपलब्ध हैं।
उन्होंने कहा कि हमारे औद्योगिक क्षेत्र कोलकाता और मुंबई जैसे महत्वपूर्ण व्यावसायिक केंद्रों से रेल और सड़क नेटवर्क के जरिये जुड़े हैं।निर्यात तैयारी सूचकांक में चारों ओर भूमि से घिरे छत्तीसगढ़ प्रदेश को चौथा स्थान प्राप्त होने का उल्लेख करते हुए श्री प्रसाद ने कहा कि हम दुर्ग में रेल पार्क स्थापित करने की प्रक्रिया शुरू कर चुके हैं, जो रेल निर्माण आवश्यकताओं की पूर्ति पर ध्यान केंद्रित करेगा। उन्होंने कहा कि सरकार जैव इथेनॉल नीति पर विशेष जोर दे रही है क्योंकि हमें उम्मीद है कि यह भविष्य का ईंधन होगा।
फिक्की छत्तीसगढ़ राज्य परिषद के चेयरमैन प्रदीप टंडन ने इस अवसर पर कहा कि उद्योगपति कंपोनेंट व ढांचागत निर्माण समेत तमाम वस्तुओं के उत्पादन के लिए न्यूनतम खर्चे में बेहतरीन निर्माण सुविधाएं स्थापित करने के वास्ते निवेश के अवसर की तलाश में हैं,जो अपने-आप में छत्तीसगढ़ को पसंदीदा निवेश स्थल बनाए जाने का स्वागत योग्य संकेत है।उन्होने कहा कि छत्तीसगढ़ को स्टील, एल्यूमीनियम,कोयला,सीमेंट जैसे कच्चे माल के भंडार के रूप में जाना जाता है और यहां उद्योगों के विकास के लायक मित्रवत वातावरण है, भरपूर बिजली और पानी भी है। वेबिनार को हेल्ला इंडिया लाइटिंग लिमिटेड के प्रबंध निदेशक रामशंकर पांडेय,केस न्यू हॉलैंड कंस्ट्रक्शन इक्विपमेंट (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड के प्लांट हेड सतेंद्र तिवारी ने भी सम्बोधित किया।
 

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