छठ पूजा के दौरान भूलकर भी ना करें यह गलतियां
आप सभी को पता ही होगा कि सबसे पहले सूर्य पुत्र कर्ण ने सूर्य देव की पूजा शुरू की थी और कर्ण भगवान सूर्य का परम भक्त था. कहते हैं वह प्रतिदिन घंटों कमर तक पानी में खड़े होकर सूर्य को अर्घ्य देता था और सूर्य की कृपा से ही वह महान योद्धा बन पाया था. वहीं आज भी छठ में अर्घ्य दान की यही पद्धति प्रचलित है और छठ पर्व सूर्य षष्ठी व डाला छठ के नाम से जाना जाता है. इस बार यह पर्व बीते कल यानी 10 नवम्बर से शुरू हो चुका है. ऐसे में छठ पूजा के दौरान कई बातों का ध्यान रखना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए वह हम आपको बताते हैं.
1: कहते हैं छठी मैय्या का प्रसाद बनाते समय पूरी पवित्रता का ध्यान रखना चाहिए और हाथ पैर धोकर साफ-सुथरे स्थान पर ही प्रसाद तैयार करना चाहिए.
2: कहा जाता है छठ का प्रसाद तैयार करने वाले को तब तक कुछ नहीं खाना चाहिए जब तक की प्रसाद तैयार न हो जाए वरना लाभ नहीं होता है.
3: कहते हैं छठ मैय्या के प्रसाद को पैर नहीं लगाना चाहिए अशुभ होता है.
4: कहा जाता है सूर्य को अर्घ्य देते समय चांदी, स्टील, शीशा व प्लास्टिक के बने बर्तनों से अर्घ्य नहीं देना चाहिए अशुभ होता है.
5: कहते हैं छठी मैय्या की मनौती को नहीं भूलना चाहिए, आपने जो मनौती की हो उसे समय पर पूरा कर लें.
6: माना जाता है कि छठ का प्रसाद जहां बन रहा हो वहां भोजन नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे पूजा अशुद्ध हो जाती है.
7: कहते हैं छठ का व्रत करने वाले को कभी भी बुरा भला नहीं कहना चाहिए क्योंकि इससे पूजा का लाभ आपको नहीं मिलता.