चार माह में दोगुनी हुई चांदी की दीवाली तक और बढ़ेगी चमक

जुबिली न्यूज डेस्क
कोरोना महामारी में सबसे ज्यादा फायदा सोने और चांदी के निवेशकों के हुआ है। एक ओर जहां इस महामारी की वजह से उद्योग-धंधे बर्बाद होने के कगार पर पहुंच गए है तो वहीं सोना और चांदी की चमक बढ़ती जा रही है। पिछले चार माह के दौरान चांदी की कीमतें दोगुनी हो गई हैं। चांदी में निवेशकों को जोरदार मुनाफा हुआ है।
18 मार्च 2020 को MCX पर चांदी की कीमतें 33,580 थी जो आज बढ़कर 67,560 तक पहुंच गई है। वहीं विशेषज्ञों का कहना है कि दीवाली तक चांदी का भाव 75 हजार तक पहुंच सकता है।

 
कोरोना महामारी की तबाही से लोग डरे हुए हैं। इसी कारण लोग सुरक्षित निवेश की तरफ रुख कर रहे हैं। सोना और चांदी शुरु से सुरक्षित निवेश रहा है। निवेश बढऩे की वजह से सोने और चांदी के भाव में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। इसके अलावा चीन-अमेरिका की तनातनी के बाद भी लोगों का रुख बुलियन की तरफ बढ़ा है। यही कारण है चांदी की कीमतों उछाल देखने को मिल रहा है।
केडिया कमोडिटीज के एमडी अजय केडिया के मुताबिक आने वाले समय में चांदी की कीमतों में तेजी जारी रह सकती है। उन्होंने कहा, ‘जियो-पॉलिटिकल टेंशन के कारण निवेशकों को चांदी सबसे बेहतर जगह लग रही है।’ उन्होंने कहा कि दीवाली तक चांदी का भाव 75 हजार तक जा सकता है।
तालाबंदी में निवेशकों की बल्ले-बल्ले
ने घर बैठे बुलियन में निवेश कर जमकर कमाई की। दरअसल, कोरोना महामारी और चीन-अमेरिका के बीच तनातनी के कारण चांदी की कीमतों में उछाल आई। निवेशक सुरक्षित निवेश की तरफ मुड़े और जमकर निवेश किया और यही कारण है कि चांदी की कीमतों तेज रफ्तार से दौड़ रही है।

 
सोने ने लगाई ऊंची छलांग
बैंक ऑफ अमेरिका का कहना है कि 2021 के अंत तक इंटरनेशनल मार्केट में सोने की कीमत 3000 डॉलर प्रति आउंस तक पहुंच सकती है। अगर ऐसा होता है तो 24 कैरेट सोने की कीमत उस समय 73000 रुपये प्रति दस ग्राम तक पहुंच जाएगी।
निवेशकों की नजर अब फेडरल रिजर्व की बैठक पर लगी हुई है। इस बैठक में मॉनिटरी पॉलिसी पर चर्चा होनी है। माना जा रहा है कि इस बैठक में फेडरल रिजर्व अपने रेट में बदलाव नहीं करेगा।

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