चार फर्जी असलाह लाइसेेंस जारी करने के मामले में फंसे लिपिक ने खाया जहर, हालत चिंताजनक

जिला प्रशासन द्वारा चार फर्जी असलाह लाइसेेंस जारी करने के मामले में संदेह के दायरे में फंसे लिपिक ने मंगलवार की सुबह जहर खाकर जान देने का प्रयास किया। उसे गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। प्रकरण खुलने के बाद से दो लिपिक लापता हो गए थे और पुलिस उनकी तलाश के साथ कॉल डिटेल खंगाल रही थी। इस मामले को लेकर कई नाम सामने आने के डर से कलेक्ट्रेट में खलबली मची है।

ये हुआ था मामला

कानपुर जिला प्रशासन द्वारा चार फर्जी असलाह लाइसेेंस जारी किए जाने का पर्दाफाश बीती 31 जुलाई को हुआ था। इसपर एक बारगी खुद डीएम विजय विश्वास पंत को भी विश्वास न हुआ था और उन्होंने सिटी मजिस्ट्रेट को जांच देते हुए रिपोर्ट तलब की थी। संदेह के आधार पर असलाह लाइसेंस पटल के दो लिपिकों से जवाब तलब किया लेकिन दोनों फरार थे। इसपर अफसरों ने सफाई दी कि ये लाइसेंस नवीनीकरण की पत्रावलियों के बीच रखकर बनवाए गए हैं। हालांकि अभी किसी लाइसेंस पर असलाह की खरीद नहीं हुई है।

कलेक्ट्रेट में खलबली, फरार थे लिपिक

गलत ढंग से सात असलहा लाइसेंस जारी किए जाने का मामला सामने आने के बाद से कलेक्ट्रेट में खलबली मच गई है। संदेह के घेरे में आए दो लिपिकों के गायब होने के बाद एक की पत्नी ने शहर कोतवाली में पति के साथ अनहोनी की आशंका जताई थी। वहीं सिटी मजिस्ट्रेट की जांच में सात असलहा लाइसेंस मंजूर होने की बात सामने आने के साथ कई अहम सुराग मिले। इसमें दोनों लिपिकों के अलावा एक अफसर के भी जांच के घेरे में आने की संभावना बनी है। इतना ही नहीं असलहा अनुभाग में अवैध तरीके से काम कर रहे युवक और उसके भी फरार होने की जानकारी सामने आई थी। गायब हुए लिपिक ने छुट्टी नहीं ली थी। दोनों लिपिकों को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया गया था। इसके बाद लिपिक विनीत ने अपने बयान दर्ज कराए थे।

कारखास की भूमिका संदिग्ध

फर्जी असलहा लाइसेंस जारी होने के मामले में कई और लिपिकों से पूछताछ की गई। सामने आया था कि गिरफ्तारी के भय से फरार चल रहे लिपिक विनित की जगह वहां कारखास के रूप में काम करने वाले युवक की भूमिका फर्जीवाड़े में ज्यादा है। उससे पूछताछ करने की तैयारी थी क्योंकि रजिस्टर और लाइसेंस की बुकलेट में उसकी ही राइटिंग होने का संदेह बना था। फरार लिपिकों विनीत और अजय की मोबाइल लोकेशन पर पुलिस की नजर लगाए थी। पुलिस उनकी कॉल डिटेल, वाट्सएप मैसेज भी खंगालने की तैयारी में थी।

लिपिक विनीत ने की जान देने की कोशिश

फर्जी असलहा लाइसेंस जारी करने के मामले में संदेह के घेरे में आए लिपिक विनीत ने मंगलवार सुबह जहर खाकर जान देने की कोशिश की। उसे गंभीर हालत में आभा नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया है। बताया गया है कि मंगलवार की सुबह 10 बजे तिलक नगर में उन्होंने कोल्ड ड्रिंक पीने के साथ जहरीला पदार्थ खा लिया। इसके बाद खुद ही सिटी मजिस्ट्रेट को फोन करके जहर खाने की जानकारी दी।

कलेक्ट्रेट कर्मचारी उसे रिक्शा से आभा नर्सिंग होम लेकर पहुंचे। जानकारी होने पर डीएम व एडीएम सिटी भी अस्पताल पहुंच गए। लिपिक को आइसीयू में भर्ती किया गया है और उसकी हालत चिंताजनक बताई जा रही है। डीएम ने बताया कि प्रकरण की जांच सीडीओ से कराई जा रही है। अधिकारियों पर दबाव बनाने के लिए लिपिक के जहर खाने की बात सामने आई है, जिसकी जांच भी सीडीओ करेंगे।

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