चंद्रग्रहण पर 5 महासंयोग, इसलिए बेहद खास है 27 जुलाई गुरु पूर्णिमा का ग्रहण

27 जुलाई 2018 को पड़नेवाला चंद्रग्रहण सदी का सबसे लंबा चंद्रग्रहण है। इस ग्रहण का समय लगभग 4 घंटे का है। यह चंद्रग्रहण इसलिए भी बेहद खास है क्योंकि इस दिन कई ऐसा संयोग बन रहे हैं जो ज्योतिष की दृष्टि से बेहद खास हैं।चंद्रग्रहण पर 5 महासंयोग, इसलिए बेहद खास है 27 जुलाई गुरु पूर्णिमा का ग्रहण

18 साल पहले ऐसा चंद्रग्रहण

18 साल के बाद गुरु पूर्णिमा के दिन चंद्रमा को ग्रहण लगने जा रहा है। इससे पहले 16 जुलाई 2000 को गुरु पूर्णिमा के दिन ऐसा चंद्रग्रहण लगा था।

150 साल बाद लगेगा ऐसा चंद्रग्रहण

दोपहर और मध्यरात्रि का ग्रहण ज्योतिषशास्त्र के अनुसार, सबसे प्रभावशाली और लंबा होता है। खगोलशास्त्री बताते हैं कि करीब 150 साल बाद ग्रहण ऐसा चंद्रग्रहण लगने जा रहा है।

सदी का सबसे लंबा चंद्रग्रहण

27 जुलाई को मध्यरात्रि में ग्रहण होने से यह ग्रहण सदी का सबसे लंबा ग्रहण भी होने जा रहा है। ग्रहण की कुल अवधि 3 घंटे 54 मिनट 33 सेकंड है।

ज्योतिषी मान रहे हैं प्रभावशाली

चंद्रग्रहण काल के दौरान मंगल पृथ्वी के बेहद करीब होगा। इस संयोग के कारण ज्योतिषी इस ग्रहण को काफी प्रभावशाली मान रहे हैं और कहते हैं कि इससे प्राकृतिक आपदाओं का भय रहेगा।

बन रहा है त्रिग्रही योग

चंद्रग्रहण के दौरान मंगल और केतु के बीच त्रिग्रही योग बनेगा। केतु के साथ मकर राशि में चंद्रमा के होने से भी ग्रहण योग बन रहा है। जब चंद्रमा और केतु किसी राशि में एकसाथ होते हैं तब ऐसा योग बनता है।

दूसरी बार दिखेगा ब्लडमून

यह पूर्ण खग्रास होगा अर्थात पूरा चंद्रग्रहण। यह चंद्रग्रहण इसलिए भी बेहद खास है क्योंकि एक ही साल में यह दूसरा ब्लडमून चंद्रग्रहण होगा।

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