चंडीगढ़ पीजीआइ में है देश की सबसे महंगी दुकान, एक महीने का किराया जानकर आप भी हो जाएंगे हैरान

 पीजीआइ चंडीगढ़ में देश की सबसे महंगी केमिस्ट शॉप है। वर्ष 2012 में इस केमिस्ट शॉप का महीने का किराया मात्र 25 लाख रुपये होता था। लेकिन, समय के साथ धीरे-धीरे बढ़ते हुए आज एक करोड़ 75 लाख रुपये पहुंच चुका है। यानी कि पीजीआइ की इमरजेंसी में इस केमिस्ट शॉप का प्रतिदिन का किराया पांच से छह लाख रुपये बैठता है। इतना महंगा किराया होने का एक ही कारण है कि टेंडर के दौरान इस केमिस्ट शॉप के लिए सबसे ऊंची बोली लगाई जाती है, क्योंकि पीजीआइ चंडीगढ़ में रोजाना 10 हजार से अधिक लोग ओपीडी में अपने रूटीन चेकअप के लिए आते हैं।

पीजीआइ में रोजाना हजारों की तादाद में लोग अपना इलाज कराने के लिए अन्य राज्यों से भी आते हैं। ऐसे में पीजीआइ के इमरजेंसी में स्थित इस केमिस्ट शॉप के दिन-रात खुले होने के कारण यहां पर सबसे ज्यादा दवाइयों की सेल होती है।

रेंट न जमा कराने पर पीजीआइ में 18 दुकानें खाली कराने के आदेश

पीजीआइ प्रशासन ने समय पर रेंट न जमा करने पर 18 दुकानें खाली कराने के आदेश दिए हैं। इनको लेकर टर्मिनेशन ऑर्डर जारी किए गए हैं। पीजीआइ में इस समय 66 दुकाने हैं, जिससे अस्पताल प्रशासन को किराये के रूप में राजस्व आता है। जिन दुकानों के टर्मिनेशन ऑर्डर किए गए हैं, उनमें ज्यादातर केमिस्ट की हैं।

15 दुकानें 31 जुलाई तक होंगी बंद, पीजीआइ जारी करेगा नया टेंडर

कोरोना महामारी के चलते पीजीआइ में दुकानदारों को आर्थिक संकट से जूझना पड़ रहा है। इसके चलते पीजीआइ में 15 दुकानों के मालिकों ने पीजीआइ प्रशासन को 31 जुलाई तक अपनी दुकानें बंद कर देने को लेकर लिखित में पत्र भेज दिया है। और इन लोगों ने पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट में किराया माफी की याचिका लगाई है। 31 जुलाई तक पीजीआइ में 15 दुकानें खाली हो जाएंगी। इन दुकानों के लिए पीजीआइ प्रशासन की ओर से जल्द ही टेंडर जारी किया जाएगा।

ये हैं पीजीआइ की सबसे महंगी दुकानें

केमिस्ट शॉप                      किराया

पीजीआइ इमरजेंसी             1.75 करोड़ रुपये

एडवांस ट्रामा सेंटर               31 लाख रुपये

गोल मार्केट की दुकानें          25 लाख रुपये

एडवांस पीडियाट्रिक सेंटर     12 लाख रुपये

नया टेंडर जारी किया जाएगा

पीजीआइ के निदेशक प्रोफेसर जगतराम का कहना है कि कई केमिस्ट की दुकानों ने अभी तक रेंट जमा नहीं कराया है। ऐसे में इन दुकानों के टर्मिनेशन ऑर्डर जारी किए गए हैं। जिन दुकानों ने रेंट जमा करा दिया है, उनके ऑर्डर रद कर दिए गए हैं। जो दुकानें बंद कर दी गई हैं, उनके लिए जल्द नया टेंडर जारी किया जाएगा। इमरजेंसी की जिस केमिस्ट की दुकान का रेंट ज्यादा है, उसका एक ही कारण है कि टेंडर में शामिल होने वाले लोग इसके लिए ऊंची बोली लगाते हैं।

संजय टंडन बोले- मैंने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से बात की है

भाजपा के पूर्व चंडीगढ़ प्रदेश अध्यक्ष संजय टंडन का कहना है कि मैंने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से पीजीआइ के दुकानदारों के लिए बात की है, ताकि कोरोना के चलते कर्फ्यू और लॉकडाउन में बंद होने के कारण हुए नुकसान और कमाई न होने की वजह से जो घाटा हुआ है। उसके चलते दुकानदार लाखों रुपये रेंट जमा नहीं करा सकते हैं। ऐसे में केंद्र सरकार की ओर से जल्द ही इस संदर्भ में फैसला लेने का आश्वासन दिया है। 

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