गोरखपुर अस्पताल का यह वीडियो वायरल होते ही खुल गई योगी सरकार की पोल, मच गया हडकंप!

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में हुए बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज में हुए लगभग 60 लोगो की मौत से पुरे प्रदेश में सनसनी मची हुई है वही मरने वालों में लगभग 30 बच्चे शामिल है. सूत्रों की मुताबिक इतनी अधिक संख्या में मौत अस्पताल में ऑक्सीजन न होने की वजह से हुई है. लेकिन सरकार का कहना है कि इतनी मौत हुई ही नही है और तो और लोगो की मौत ऑक्सीजन के वजह से नहीं हुई है. जिन लोगो की मृत्यु हुई है इलाज के दौरान हुई है. लेकिन अब एक वीडियो सामने आया है जो शायद सारी कहानी अपने आप बयाँ कर रहा है.

दरअसल इस वीडियो में साफ़ तौर पर देखा जा सकता है कि आखिर अगर लोगो की मौत ऑक्सीजन के कमी की वजह से नहीं हुई है तो आज इतनी बड़ी मात्रा में ऑक्सीजन सिलेंडर मंगाने की क्या जरूरत आन पड़ी? दरअसल इस वीडियो में आप देख सकते है कि अस्पताल के अंदर दाखिल होते इस ट्रक में ऑक्सीजन गैस के सिलेंडर से भरा हुआ है. जबकि प्रशासन का कहना है कि मौत का कारण ऑक्सीजन की कमी नही है.
अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी नहीं थी तो भोर में ही भारी संख्या में ऑक्सीजन टैंकर क्यों मंगवाए गए गोरखपुर? सच पर परदा डालना और भी शर्मनाक है।

हम आपको एक चिट्ठी भी दिखाएँगे कि किस तरह अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी थी. इस बात की गवाह के रूप में मौजूद चिट्ठी बता रही है कि अस्पताल की तरफ से कॉलेज के प्राचार्य समेत कई पदाधिकारियों को इस बात से अवगत कराया गया है कि अस्पताल में सिलेंडर की कमी थी. गैस सप्लाई करने वाली एजेंसी पुष्पा गैस एजेंसी के तरफ से एक बयान जारी करके कहा गया है कि मौत का कारण ऑक्सीजन की कमी नही है.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि गैस एजेंसी के मालिक के यहाँ लगातार पुलिस छापा मार रही है. पुलिस उनके घर, रिश्तेदारों और कई ठिकानो पर छापे मारी कर रही है. कहा जा रहा है कि पुलिस के डर की वजह से कम्पनी का मालिक सामने नहीं आ रहा है. कंपनी ने अपना पक्ष रखते हुए कहा है कि”कोई इस तरह सप्लाई नही रोक सकता है. हमें पता है इसका नतीजा क्या होगा” कंपनी का कहना है कि बार बार कहने के बाद भी हमें पेमेंट नही दी जा रही थी और न ही तो कोई सुनवाई हो रही थी.
बाब राघव दास मेडिकल कॉलेज में हुए इस हादसे कई बड़े और गंभीर सवाल खड़े कर दिए है. आखिर कॉलेज प्रशासन गैस एजेंसी के पेमेंट क्यों नही कर रहा था? अगर किसी तरह की समस्या थी तो अभी कुछ दिन पहले ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर गये थे उन्हें इस समस्या से क्यों नही अवगत कराया गया? आखिर इतने मासूमों के साथ लगभग 60 लोगो की मौत का जिम्मेदार कौन है? इस बड़ी घटना के लिए सरकार कितना जिम्मेदार है?

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का संसदीय क्षेत्र रहा गोरखपुर में इतनी बड़ी घटना में योगी आदित्यनाथ पर सवाल उठना लाजमी है. आपको बता दे कि योगी आदित्यनाथ गोरखपुर ने एम्स अस्पताल बनवाने के मांग भी कर चुके है जिसको सरकार से मंजूरी भी मिल गई है. मरने वालों का आकड़ा लगातार बढ़ते जा रहे है. मरने वालों में अधिकतर संख्या मासूम बच्चों की है.

सरकार, अस्पताल, प्रशासन या गैस एजेंसी इसमें से कोई भी इन सभी मासूमों की हत्या का गुनाहगार हो सकता है. सवाल यह है कि इन मासूमों के ह्त्या का जिम्मेदार कोई है? आखिर कब इस तरह की लापरवाही बरती जायेगी. सरकार आखिर किसी घटना के बाद ही क्यों जगती है?

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