गोयल सहित कई जिलाध्यक्षों राहुल गांधी को पत्र लिखकर शीला दीक्षित के खिलाफ उगला जहर….पढ़े पूरी खबर

Delhi congress लोकसभा चुनाव-2019 में दिल्ली की सातों सीटों पर शिकस्त खाने वाली कांग्रेस पार्टी में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। पिछले सप्ताह 14 जून को दिल्ली प्रदेश कांग्रेस प्रभारी पीसी चाको को लेकर पार्टी के भीतर मचा घमासान अब और गरमा गया है। दरअसल, पीसी चाको के इस्तीफे को लेकर दिल्ली कांग्रेस में अब दो गुट बन गए हैं। एक गुट चाको का इस्तीफा मांग रहा है, तो दूसरा गुट नेतृत्व परिवर्तन की मांग कर रहा है। अब ताजा मामले में दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी (Delhi Pradesh Congress Committee) की अध्यक्ष शीला दीक्षित भी निशाने पर आई गई हैं। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष पुरुषोत्तम गोयल सहित कई जिलाध्यक्षों राहुल गांधी को पत्र लिखकर शीला दीक्षित के खिलाफ जहर उगला है।

इससे पहले दिल्ली कांग्रेस प्रदेश कार्यालय में 14 जून (शुक्रवार) को प्रदेश प्रभारी पीसी चाको के इस्तीफे को लेकर जमकर हंगामा हुआ था। इस दौरान पूर्व पार्षद रोहित मनचंदा ने पीसी चाको पर दुर्व्यवहार करने तक का आरोप लगाया था। दरअसल रोहित पिछले कुछ दिनों के दौरान पीसी चाको के खिलाफ सोशल मीडिया पर पोस्ट लिख रहे थे और उनके इस्तीफे की मांग कर रहे थे।

15 जून को मामला तब बिगड़ गया जब पीसी चाको ने प्रदेश अध्यक्ष शीला दीक्षित और तीनों कार्यकारी अध्यक्षों की मीटिंग बुलाई थी। इस दौरान रोहित मनचंदा और पीसी चाको का आमना-सामना हुआ। बताया जा रहा है कि इस दौरान पीसी चाको ने रोहित मनचंदा से सोशल मीडिया पर डाले जा रहे पोस्ट के बारे में कुछ सवाल किया, जिसके बाद रोहित ने हंगामा करना शुरू कर दिया।

यहां पर बता दें कि काफी समय से कांग्रेस नेता और पूर्व निगम पार्षद रोहित मनचंदा सोशल मीडिया में प्रदेश कांग्रेस प्रभारी पीसी चाको के खिलाफ पोस्ट डालते हुए उनके इस्तीफे की मांग कर रहे है और साथ में कार्यकर्ताओं से राय भी ले रहे हैं। जाहिर है इसको लेकर पीसी चाको नाराज चल रहे थे। इसी कड़ी में 14 जून को जब पीसी चाको एक बैठक में शामिल होने प्रदेश कांग्रेस दफ्तर पहुंचे तो उनका सामना रोहित से हुआ और उन्होंने तुरंत रोहित को इसके लिए भला-बुरा कहा, जिससे दोनों के बीच कहासुनी भी हुई।

इस बाबत रोहित ने एक विडियो मेसेज जारी कर पूरे घटनाक्रम के बारे में बताया, जो मीडिया में वायरल भी हुआ था। रोहित ने कहा था- ‘मैं उन्हें रिसीव करने गया था, लेकिन लिफ्ट से निकलते ही उन्होंने मुझे कहा कि वह उनके खिलाफ कार्रवाई करेंगे और उन्हें पार्टी से धक्के मारकर बाहर निकाल देना चाहिए। मनचंदा ने कहा था कि मैंने इस पर उनसे अपना कसूर पूछा तो वह बोले कि तुम्हें मालूम है कि तुम्हारा कसूर क्या है। बताया जा रहा है कि इस पूरे विवाद पर पीसी चाको ने शीला दीक्षित से भी कहा था कि उन्हें ऐसे लोग कतई बर्दाश्त नहीं।

रोहित मनचंदा ने तो यहां तक कह दिया था कि जब लोकसभा चुनाव में हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी इस्तीफा दे सकते हैं और प्रदेश अध्यक्ष शीला दीक्षित इस्तीफा दे सकती हैं तो जिस प्रदेश प्रभारी के नेतृत्व में चार-चार चुनाव हारे हैं, उन्हें भी इस्तीफा क्यों नहीं देना चाहिए।

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