धमाकों से दहल उठा गोमा शहर, 32 भारतीय सैनिक घायल…
किंशाशा। पूर्वी कांगो का गोमा शहर धमाकों से दहल उठा। धमाके में 32 भारतीय शांति रक्षक घायल हो गए हैं, जबकि एक मासूम की मौत हो गई। धमाके वाली जगह के पास एक मस्जिद के इमाम इस्माइल सलुमू ने कहा कि तीन शांति रक्षकों की मौत हो गई है। हालांकि अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है। इमाम ने बताया कि धमाके की आवाज सुनने के बाद वो घटनास्थल पर भागा और देखा कि ज्यादातर सैनिक घायल थे।
धमाके की वजह के बारे में जानकारी नहीं मिल सकी है। मौके पर मौजूद लोगों का कहना है कि जिस जगह धमाका हुआ वहां भारतीय शांति रक्षक रोज की तरह अभ्यास कर रहे थे। यूएन मिशन के प्रवक्ता ने कहा कि ये पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि इन धमाकों के पीछे किसी स्थानीय समुह का हाथ है या ये कोई आतंकी हमला था।
डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो में आपसी कलह में 1996 से 2003 के दौरान 10 लाख से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं। करीब 18 हजार से ज्यादा शांतिरक्षक आपसी संघर्ष को रोकने के लिए संयुक्त राष्ट्र संघ की तरफ से तैनात किए गए हैं। यूएन के पीस कीपिंग मिशन में भारत 17 साल से है। पीस कीपिंग मिशन में अब तक 3263 सैनिकों की मौत हुई है। इनमें से 157 भारतीय हैं। इसके बाद नाइजीरिया का नंबर है, जिसके 142 सैनिक मारे गए हैं।