गुड़ी पड़वा के मौके पर बनाएं पूरन पोली, यहां जान लें इसे बनाने का तरीका- 

गुड़ी पड़वा का भारत के महाराष्ट्र राज्य में ज्यादा देखने को मिलती है। जहां इस मौके पर घरों को फूलों और रंगोली से सजाया जाता है और साथ ही तरह-तरह के पकवान भी बनाए जाते हैं। जिनमें से एक है पूरन पोली, जिसके बिना गुड़ी पड़वा ही नहीं यहां के और भी कई त्योहारों का सेलिब्रेशन अधूरा होता है। बहुत ही कम चीज़ों के साथ बनने वाली पूरन पोली स्वाद के मामले में तो नंबर वन है ही साथ ही काफी हेल्दी भी होती है। तो इस आसान रेसिपी को आप भी कर सकते हैं ट्राय। यहां जान लें इसे बनाने का तरीका।  

ऐसे बनाएं स्वादिष्ट पूरन पोली 

सामग्री– गेहूं का आटा, 2 कप मैदा, 1 कप चना दाल, 1 कप गुड़, 1 कप हल्दी पाउडर, जायफल, इलायची पाउडर, तेल, नमक

विधि

– चने की दाल को पानी से दो-चार बार धोकर साफ पानी में कुछ देर के लिए भिगोकर रख दें। लगभग 3-4 घंटे में दाल अच्छी तरह फूल जाएगी।

– भीगी हुई चना दाल को कुकर में डालकर 1/4 छोटी चम्मच हल्दी, नमक, 1 चम्मच तेल और 3 कप पानी डाल कर 4-5 सिटी आने तक पका लें। 

– दाल जब ठंडी हो जाएं तो उसका पानी निकाल दें। एक पैन को गर्म होने के लिए रख दें। इसमें पकी हुई चना दाल को डालकर भूनें और इसमें गुड़ मिक्स करें। गुड़ पिघलने तक दोनों को अच्छी तरह मिला लें। अब इसमें जायफल और इलायची पाउडर मिला लें। इसके बाद गैस बंद कर दें और स्टफिंग को ठंडा होने दें।

– पराठे बनाने के लिए बाउल में गेहूं का आटा, मैदा डालें और दोनों को पहले सूखा ही अच्छी तरह मिला लें। इसके बाद इसमें मैदा, हल्दी और स्वादानुसार नमक डालें। थोड़ा-थोड़ा पानी डालते हुए आटा गूंथ लें। आटा गूंथते समय उसमें एक चम्मच तेल डाल दें जिससे आटा सॉफ्ट रहेगा। 15 मिनट सेट होने के लिए रख दें।

– अब इस आटे से लोई बनाएं और उसमें ये स्टफिंग भरकर हल्के हाथों से बेलकर सेंकते जाएं। इसमें घी लगाकर दोनों तरफ से सुनहरा होने तक पका लें। इसी तरह सारी पूरन पोली तैयार करेंगे। 

टेस्टी ही नहीं हेल्दी भी होती है पूरन पोली

पूरन पोली बनाने में जिन चीज़ों का इस्तेमाल होता है वो सभी हमारी सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होती हैं। चने की दाल से लेकर स्वाद बढ़ाने के लिए डाला जाने वाला गुड़, जायफल, दालचीनी, इलायची ये सभी ऐसी चीज़ें हैं, जिनमें मौजूद न्यूट्रिशन हमारी बॉडी के लिए जरूरी है। चने की दाल में जहां प्रोटीन, फाइबर और कैलोरी से भरपूर होती है वहीं गुड़ भी कार्बोहाइड्रेट और फाइबर का खजाना होता है।  

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