दर्दनाक हादसा: गाजियाबाद में जहरीली शराब पीने से 4 लोगों की मौत

गाजियाबाद। दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले दर्दनाक हादसा हुआ है। जिले के खोड़ा इलाके में जहरीली शराब पीने से चार लोगों की मौत हो गई। वहीं कुछ लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है, जिनका इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है।

दर्दनाक हादसा: गाजियाबाद में जहरीली शराब पीने से 4 लोगों की मौतवहीं, चार लोगों की मौत का लखनऊ पहुंच गया है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं। आरोपों के बाद गाजियाबाद एसएसपी एचएन सिंह ने खोड़ा थाना इंचार्ज धुर्व दुबे, बीट कांस्टेबल और चौकी प्रभारी राम समझ राणा को निलंबित कर दिया।

जानकारी के मुताबिक, खोड़ा के शंकर विहार में सोमवार रात चार लोगों की शराब पीने से मौत हुई है। जिलाधिकारी, एसएसपी एसपी सिटी व खोड़ा चेयरमैन समेत अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं। इस दौरान लोगों ने पुलिस और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। स्थानीय लोगों का आरोप है कि पुलिस की मिलीभगत से शराब माफिया शराब खुलेआम बेच रहे हैं।

जानकारी के मुताबिक, खोड़ा के शंकर विहार में रहने वाले अशोक (40), संदीप (40), अवनीश (38) और रविंद्र (23) के साथ कुछ अन्य लोगों ने भी सोमवार रात ‘पार्टी स्पेशल’ नाम की शराब पी थी। यह शराब दिल्ली में बिकने के लिए अधिकृत है। सोमवार रात अवनीश और संदीप की हालत खराब होने पर दोनों को परिजनों ने दिल्ली के लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में भर्ती करवाया, जहां इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई। वही, अशोक मंगलवार सुबह सो कर नहीं उठे तो परिजनों को उनकी मौत का पता चला। इसके बाद रविंद्र की भी मौत का पता चला। एसपी सिटी आकाश तोमर का कहना है कि शराब के 4 सैंपल लिए गए हैं। परीक्षण के लिए नमूना भेज दिया गया है।

पुलिस ने खोड़ा के शंकर विहार के गली नंबर 9 में सुनील नाम के व्यक्ति के कमरे से 9 पेटी शराब बरामद की है। आरोपी सुनील परिवार के साथ फरार है, पुलिस उसकी तलाश कर रही है। वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि शराब माफिया पुलिस की शह पर खुलेआम शराब बेच रहे हैं। इतना ही नहीं, छोटे-छोटे बच्चों से भी माफिया शराब बिकवा रहे हैं।

यूपी सरकार के अधिकारी रवींद्र प्रसाद के मुताबिक, एफिल एल्कोहल से बनने वाली शराब में यदि मिथाइल एल्कोहल मिल जाता है तो वह जहरीली हो जाती है। शराब के विषाक्त होने का मामला सामने आने पर यह पता चलता है कि यह कच्ची शराब बनाने व अधिक मुनाफा कमाने के चक्कर में होता है। सूत्र बतातें हैं कि शादी-विवाह व त्योहारों पर शराब की मांग बढ़ती है तो कच्ची शराब बनाने वाले टिंचर व ऑक्सीटोसिन का इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में इनकी मात्रा ज्यादा होने पर यह जहर जैसी हो जाती है।

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