गर्भावस्था के दौरान होली खेलने के कुछ सुझाव..

 गर्भावस्था हर महिला के लिए एक अद्भुत अनुभव होता है। लोगों को यह समझने की आवश्यकता है कि गर्भावस्था कोई बीमारी नहीं बल्कि शरीर का विस्तार है। इसलिए गर्भवती महिला भी सारी त्योहारों का आनंद ले सकती है, बस जरूरत है तो थोड़ी अधिक सावधानी की।

होली बहुत जल्द आने वाला है ऐसे में हर वो महिला जो बच्चे की उम्मीद कर रही है उसके मन में यही सवाल चल रहा होगा कि क्या वो होली खेल सकती है? अगर आपको भी आपके दोस्तों और परिवार ने सलाह दी है कि इस बार शांत बैठकर दूसरों को रंग खेलते देखें, तो परेशान होने की जरूरत नहीं है। गर्भावस्था के दौरान आपकी नई प्राथमिकताएं हो सकती हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप मौज-मस्ती नहीं कर सकती हैं और खुद का आनंद नहीं ले सकती हैं। हम आपको कुछ ऐसे सुझाव देने जा रहे हैं, जिसके जरिए आप भी होली का पूरा आनंद ले सकती हैं।

होली खेलने के कुछ सुझाव-

प्राकृतिक या हर्बल रंगों का प्रयोग करें

खून के जरिए केमिकल युक्त रंग भ्रूण को नुकसान पहुंचा सकते हैं। होली खेलते समय आप जिस हवा में सांस लेती हैं, उसमें कॉपर सल्फेट, लेड ऑक्साइड और मरकरी जैसे हानिकारक रसायन छोड़ते हैं। रसायनिक रंग आपकी त्वचा में रिसते हैं और आपके नसों को प्रभावित कर सकते हैं। नतीजतन, सिंथेटिक रंगों से बचना और प्राकृतिक रंगों का उपयोग करना सबसे अच्छा है।

तले हुए और मीठे स्नैक्स का सेवन कम करें

डीप फ्राई किए गए फूड्स से परहेज करें, इसके अलावा अधिक मीठे स्नैक्स को भी कम मात्रा में खाएं, ऐसा करना गर्भवस्था के दौरान एक स्वस्थ्य सुझाव है। इसलिए, अगर आप मां बनने वाली हैं, तो आप पहले से ही जानती हैं कि इस सलाह का पालन करना कितना महत्वपूर्ण है। मसालेदार चाट, भांग, कैफीनयुक्त पेय, पान, लड्डू, और घी से बने अन्य मिठाइयां खाने से बचना चाहिए। ये खाद्य पदार्थ संभावित रूप से जोखिम भरे होते हैं क्योंकि वे अपच पैदा कर सकते हैं जिससे आपका पेट खराब हो सकता है।

भीड़भाड़ वाले और गीले क्षेत्रों से बचें

अगर आपके आस-पास फर्श पर बहुत अधिक पानी है, तो फिसलने की संभावना बढ़ सकती है, जिससे आपके होने वाले बच्चे को भी गंभीर नुकसान हो सकता है। वहीं अधिक भीड़ वाली जगह पर रहने से आपको घुटन का अनुभव हो सकता है। ऐसी समस्या आपको परेशान कर सकती है, खासकर अगर आप क्लॉस्ट्रोफोबिक हैं।

अपनी आंखों का ख्याल रखें

होली के दौरान अपनी आंखों को बचाने के लिए धूप का चश्मा पहनें, जिससे आंखों की रक्षा हो सके। यह महत्वपूर्ण स्टेप है क्योंकि अगर सूखे रंग का पाउडर या गीला रंग आपकी आंखों के सीधे संपर्क में आता है, तो इससे गंभीर परेशानी हो सकती है। इसके अलावा अगर आप प्रेग्नेंसी के शुरुआती स्टेज पर हैं और पहले से ही शरीर में होने वाले बदलावों से परेशान हैं तो एक बार अपने डॉक्टर से अवश्य संपर्क कर लें।

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