खाली होने लगी है परचून, दूध, सब्जी की दुकानें

नई दिल्ली: चांदनी चौक में दूध, सब्जी और राशन की कई दुकानें अब धीरे-धीरे खाली होने लगी है। पहले लगभग हर गली में सब्जी बेचने के लिए फुटकर सब्जी विक्रेता रेहड़ी लेकर आते थे। लेकिन पिछले 3 दिन से यहां सब्जी बेचने वाला कोई दुकानदार नहीं आया। इस दौरान दूध की सप्लाई नियमित बनी रही। हालांकि बुधवार को दूध की सप्लाई में भी कमी आई, जिसके कारण कई लोगों को यहां दूध नहीं मिल सका। चांदनी चौक स्थित मोर सराय रोड पर दूध का कारोबार करने वाले सुभाष चंद्र ने कहा, “बुधवार को कई दूध सप्लायर यहां नहीं पहुंच सके। इसके कारण सप्लाई में बाधा पड़ी है। सप्लाई में आई इस कमी का खामियाजा स्थानीय लोगों को उठाना पड़ा। दूध की दुकान पर सुबह करीब 7 ही बजे सारा दूध खत्म हो गया।”
इसके बाद स्थानीय लोग दूध की तलाश में यहां वहां भटकते रहे। अधिकांश दुकानें बंद होने के कारण बुधवार का दिन लोगों को दूध जैसी आवश्यक वस्तु के बिना ही बिताना पड़ रहा है। बुधवार से शुरू हुए नवरात्र की भी अधिकांश वस्तुएं परचून की दुकानों पर उपलब्ध नहीं थी, मसलन इलाके में खुली इक्का-दुक्का परचून की किसी भी दुकान पर नवरात्र की पूजा में इस्तेमाल होने वाला नारियल मुहैया नहीं हो सका।”
कई दुकानों पर चीनी और रिफाइंड तेल भी उपलब्ध नहीं था। यहां दुकान चलाने वाले कृष्णा ने कहा, “दरअसल पीछे से ही सप्लाई काफी हल्की हो गई है। इसके अलावा माल ढुलाई के लिए वाहन भी आसानी से नहीं मिल रहे हैं। होलसेल कि जिन दुकानों से हम सामान लाते थे, वे दुकानें भी किसी दिन खुलती हैं और किसी दिन बंद रहती हैं। ऐसे में पीछे से पूरा माल नहीं आ सका है।”
कृष्णा ने कहा, “इसके बावजूद हम लोग स्थानीय निवासियों को हर वह सामान दे रहे हैं जो हमारी दुकान में मौजूद है। इस दौरान किसी भी आवश्यक वस्तुओं के दामों में भी बढ़ोतरी नहीं की गई है।” रेलवे में लोको पायलट बलराज ने कहा, “हमें ट्रेन चलाने के लिए प्रतिदिन ड्यूटी पर पहुंचना आवश्यक है। वहीं दूसरी ओर इलाके में सब्जियों की कोई दुकान नहीं है। यहां सब्जी वाले रेहड़ी लेकर गली गली सब्जी बेचा करते थे,जिन्होंने अब आना बंद कर दिया है। ऐसी स्थिति में हमें खुद मंडी जाकर सब्जी लाना पड़ रहा है।”
गौरतलब है कि चांदनी चौक इलाके में लॉक डाउन के निदेशरें का बेहतरीन तरीके से पालन किया जा रहा है। यहां सभी बाजार पूरी तरह बंद हैं। छोटी बड़ी सभी तरह की दुकानों को बंद रखा गया है। हालांकि परचून और दूध की कुछ दुकान हीं खोली गई है।

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