खूबसूरती और प्रतिभा का अद्भुत मिश्रण; दिखाती हैं क्रिकेट और फुटबॉल में जलवा

खूबसूरती और प्रतिभा का अद्भुत मिश्रण; दिखाती हैं क्रिकेट और फुटबॉल में जलवा…. हर खिलाड़ी का सपना होता है कि वह एक दिन अपने देश का प्रतिनधित्व करे और अपने प्रदर्शन से देश को गौरान्वित करे। लेकिन दुनिया में कई ऐसे खिलाड़ी भी हैं जो एक नहीं एक से ज्यादा खेलों में अपने देश का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। ऐसी ही एक खिलाड़ी हैं ऑस्ट्रेलिया की एलिस पैरी।

खूबसूरती और प्रतिभा का अद्भुत मिश्रण; दिखाती हैं क्रिकेट और फुटबॉल में जलवा

 

पैरी बला की खूबसूरत होने के साथ—साथ अद्भुत प्रतिभा की धनी हैं। पैरी ने ऑस्ट्रेलिया की क्रिकेट और फुटबॉल की सबसे बड़ी प्रतियागिताओं यानी विश्वकप में अपने देश का प्रतिनिधित्व किया है।

खूबसूरती और प्रतिभा का अद्भुत मिश्रण; दिखाती हैं क्रिकेट और फुटबॉल में जलवा

3 नवंबर 1990 को जन्मीं पैरी ने 16 वर्ष की उम्र में ऑस्ट्रेलिया की राष्ट्रीय फुटबॉल और क्रिकेट टीमों में जगह बनाई थी। उन्होंने जुलाई 2007 में ऑस्ट्रेलिया के लिए पहला अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच खेला था। इसके एक महीने बाद ऑस्ट्रेलियाई फुटबॉल टीम के लिए भी उन्होंने यह कारनामा किया था। पैरी ऑस्ट्रेलिया की ओर से क्रिकेट और फुटबॉल में प्रतिनिधित्व करने वाली सबसे कम उम्र की खिलाड़ी बनीं। 

क्रिकेट करियर: पैरी अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर में 6 टेस्ट, 77 वनडे और 67 टी-20 मैच खेले हैं। पैरी ने बतौर गेंदबाद टेस्ट में 27, वनडे में 105 और टी-20 में 77 विकेट हासिल किए हैं। वहीं बल्लेबाजी में पैरी ने टेस्ट में 219, वनडे में 1585 और टी-20 में 797 रन बनाए हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वह एक भी शतक नहीं लगा पाई हैं। टेस्ट में 1, वनडे में 14 और टी-20 में 3 अर्धशतक लगा चुकी हैं। उन्हें 2014 में ऑस्ट्रेलिया की टी-20 टीम का कप्तान नियुक्त किया गया। वह साल 2013 में आयोजित महिला क्रिकेट विश्वकप विजेता टीम की सदस्य थीं। साल 2010 में टी-20 विश्वकप जीतने वाली टीम की वह सदस्य थीं। फाइनल मुकाबले में उन्हें मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार मिला था। 

फुटबॉल में जलवा: फुटबॉल के मैदान में वह क्रिकेट के मैदान से अलग दिखाई देती हैं। जहां क्रिकेट में पैरी बतौर तेज गेंदबाज अटैक करती हैं वहीं फुटबॉल में वह बतौर डिफेंडर खेलती हैं। उन्होंने 16 अंतरराष्ट्रीय मैचों में ऑस्ट्रेलिया की ओर से तीन गोल किए हैं। एलिस के जीवन का मूलमंत्र है, मैं जितनी कड़ी मेहनत करूंगी, मैं उतनी भाग्यशाली होती जाउंगी।

Back to top button