क्या इस खिलाड़ी की वजह से कुंबले और कोहली के रिश्तों में पड़ी दरार?

चैंपियंस ट्रॉफी में टीम इंडिया को अपना पहला मुकाबला खेलने के लिए अब भी 4 दिनों का इंतज़ार करना पड़ेगा. लेकिन मैदान के बाहर कोच अनिल कुंबले और कप्तान विराट कोहली लगातार सुर्खियों में बने हुए हैं. दरअसल, इसकी शुरुआत टीम इंडिया के लंदन पहुंचते ही हो गयी जब बीसीसीआई ने नए कोच के लिए आवेदन मंगाने की बात सार्वजिनक की. शुरू में तो ऐसा लगा कि बीसीसीआई के कुछ पूराने अधिकारी कुंबले से नाखुश हैं और इसलिए उन पर दबाव बनाने के लिए ऐसी चाल चल रहे हैं.
क्या इस खिलाड़ी की वजह से कुंबले और कोहली के रिश्तों में पड़ी दरार?
क्या कुलदीप यादव की एंट्री से शुरू हुआ ये विवाद?
लेकिन, इस विवाद में अब एक नया खुलासा सामने आ रहा है. अगर सूत्रों का भरोसा किया जाए तो कप्तान कोहली और कुंबले के बीच पिछले कुछ महीनों से मनमुटाव चल रहा था. इसकी शुरुआत हुई ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ धर्मशाला टेस्ट मैच से जब कोहली के अनफिट होने पर कुलदीप यादव को पहला टेस्ट खेलने का मौका देने से.

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हालांकि, मैच ख़त्म होने के बाद कप्तान कोहली ने प्रेस कांफ्रेस में अंजिक्य रहाणे और ‘अनिल भाई’ की इस बात के लिए जमकर तारीफ की थी कि उन्होंने एक बोल्ड फैसला लिया. लेकिन, अब ये बात खुलकर सामने आ रही है कि कप्तान कोहली उस फैसले से खुश नहीं थे. कोहली ही नहीं टीम इंडिया के कुछ और सीनियर खिलाड़ी भी कुंबले को कोचिंग स्टाइल से खुश नहीं माने जा रहे हैं हालांकि किसी ने इस बात पर आधिकारिक ब्यान नहीं दिया है.


कोहली ने क्यों नहीं की कोच कुंबले के कार्यकाल की तारीफ?
लेकिन, लंदन में अपनी पहली प्रेस कांफ्रेंस में कोहली ने जिस तरह से कुंबले प्रकरण में बीसीसीआई के रवैये को सिर्फ ‘एक सामान्य प्रकिया बताया’ उससे भी जानकार हैरान थे. ये बात किसी से छिपी नहीं है कि कोच के तौर पर कोहली की पहली पंसद रवि शास्त्री थे और किस तरह से पिछले साल सार्वजनिक तौर पर कोहली ने शास्त्री के चयन के लिए वकालत की थी. लेकिन, इस बार कोहली ने कुंबले की कोचिंग के लिए ऐसी कोई बात नहीं की.

भारतीय क्रिकेट में क्यास का दौर जारी है और जब तक कप्तान और कोच साझे तौर पर इस ‘दरार’ वाली बात का खंडन नहीं करते हैं तो भारत-पाकिस्तान मुकाबले से पहले ये टीम इंडिया के लिए सबसे ज़्यादा भटकाने वाला मुद्दा साबित हो सकता है.

 
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