कोविड-19 से बचाव के सम्बन्ध में लोगों को निरन्तर जागरूक किए जाने के निर्देश: CM

  • मुख्यमंत्री ने विश्व में सामने आए कोरोना वायरस के नए स्वरूप के दृष्टिगत पूरी सावधानी व सतर्कता बरतने के निर्देश दिए
  • जिन देशों में वायरस का नया स्वरूप सामने आया है, ऐसे देशों से पिछले 15 दिन में प्रदेश में आए लोगों की काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग तथा क्वारंटीन की प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए
  • प्रत्येक जनपद में स्थानीय प्रशासन यह सुनिश्चित करें कि विदेश से आए लोगों की काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग अनिवार्य रूप से की जाए
  • कोरोना के नए स्वरूप को ध्यान में रखते हुए विगत 15 दिनों के दौरान प्रदेश में विदेश से आए लोगों की जांच की जाए, 
    इस सम्बन्ध में स्वास्थ्य विभाग को एक हेल्पलाइन नम्बर जारी करने के निर्देश
  • यह सुनिश्चित किया जाए कि प्राइवेट लैब्स द्वारा आर0टी0पी0सी0आर0 की जांच के सम्बन्ध में किसी भी दशा में 700 रु0 प्रति जांच से अधिक की फीस न ली जाए, यदि व्यक्ति का सैम्पिल घर से कलेक्ट किया जाता है, तो 900 रु0 का जांच शुल्क लिया जाए
  • मुख्यमंत्री ने प्रदेश में कोविड-19 की 95.68 प्रतिशत रिकवरी दर पर संतोष व्यक्त करते हुए इसे और बेहतर करने के निर्देश दिए
  • कोविड चिकित्सालयों की व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरूस्त बनाए रखा जाए
  • ई-संजीवनी एप का व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जाए

लखनऊ: 22 दिसम्बर, 2020 उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने विश्व में सामने आए कोरोना वायरस के नए स्वरूप के दृष्टिगत पूरी सावधानी व सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि जिन देशों में वायरस का नया स्वरूप सामने आया है, ऐसे देशों से पिछले 15 दिन में प्रदेश में आए लोगों की काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग तथा क्वारंटीन की प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।

मुख्यमंत्री जी आज यहां लोक भवन में आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक मंे अनलाॅक व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने निर्देश दिए कि प्रत्येक जनपद में स्थानीय प्रशासन यह सुनिश्चित करें कि विदेश से आए लोगों की काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग अनिवार्य रूप से की जाए। उन्होंने कहा कि कोरोना के नए स्वरूप को ध्यान में रखते हुए विगत 15 दिनों के दौरान प्रदेश में विदेश से आए लोगों की जांच की जाए। उन्होंने इस सम्बन्ध में स्वास्थ्य विभाग को एक हेल्पलाइन नम्बर जारी करने के निर्देश दिए हैं।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि प्राइवेट लैब्स द्वारा आर0टी0पी0सी0आर0 की जांच के सम्बन्ध में किसी भी दशा में 700 रुपये प्रति जांच से अधिक की फीस न ली जाए। यदि व्यक्ति का सैम्पिल घर से कलेक्ट किया जाता है, तो 900 रुपये का जांच शुल्क लिया जाए। उन्होंने अधिकारियों को इस व्यवस्था का कड़ाई से पालन सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए हैं।

मुख्यमंत्री जी ने प्रदेश में कोविड-19 की 95.68 प्रतिशत रिकवरी दर पर संतोष व्यक्त करते हुए इसे और बेहतर करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए प्रतिबद्ध है। इसलिए इस दिशा में सभी प्रयास निरन्तर जारी  रखे जाएं।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोविड चिकित्सालयों की व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरूस्त बनाए रखा जाए। कोविड अस्पतालों में औषधियों, मेडिकल उपकरण तथा आॅक्सीजन की बैकअप सहित सुचारु उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कोविड-19 से बचाव के सम्बन्ध में लोगों को निरन्तर जागरूक किए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि ई-संजीवनी एप का व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जाए, ताकि अधिक से अधिक लोग इसके माध्यम से आॅनलाइन चिकित्सीय परामर्श का लाभ प्राप्त कर सके। ज्ञातव्य है कि प्रदेश में ई-संजीवनी एप का उपयोग करने वालों की संख्या अब तक तीन लाख से अधिक हो गई है।

बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री सुरेश खन्ना, स्वास्थ्य मंत्री श्री जय प्रताप सिंह, मुख्य सचिव श्री आर0के0 तिवारी, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त श्री आलोक टण्डन, कृषि उत्पादन आयुक्त श्री आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव गृह श्री अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव राजस्व श्रीमती रेणुका कुमार, अपर मुख्य सचिव वित्त श्री संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव एम0एस0एम0ई0 तथा सूचना श्री नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव पंचायतीराज एवं ग्राम्य विकास श्री मनोज कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री श्री एस0पी0 गोयल, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री अमित मोहन प्रसाद, अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा डाॅ0 रजनीश दुबे, अपर मुख्य सचिव कृषि श्री देवेश चतुर्वेदी, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य श्री आलोक कुमार, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना श्री संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव पशुपालन श्री भुवनेश कुमार, सचिव मुख्यमंत्री श्री आलोक कुमार, सूचना निदेशक श्री शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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