कोविड-19 के रोगियों की रिकवरी दर को और बेहतर करने के निर्देश : अवनीश अवस्थी

‘मास्क लगाये हर एक, दो गज की दूरी, धोकर बार-बार हाथ रखे क्लीन, इम्युनिटि बढ़ाकर करें वार कोरोना की होगी हार’ संदेश का अनुपालन तथा किया जाए व्यापक प्रचार-प्रसार
लखनऊ : उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव सूचना एवं गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने यहां लोक भवन में प्रेस प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि वृद्धजन, बच्चों, गर्भवती महिलाओं, बीमार तथा कमजोर व्यक्तियों की मेडिकल टेस्टिंग का कार्य प्राथमिकता पर किया जाए। प्रदेश में टेस्टिंग संख्या में लगातार वृद्धि किए जाने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा है कि अधिक से अधिक मेडिकल टेस्ट करके कोविड-19 के संक्रमण को नियंत्रित किया जा सकता है। उन्होंने कहा है कि रैपिड एन्टीजन टेस्ट के द्वारा 1 लाख टेस्ट प्रतिदिन, आर0टी0पी0सी0आर0 के माध्यम से 40 से 45 हजार टेस्ट प्रतिदिन तथा ट्रूनैट मशीन से 2,500 से 3,000 टेस्ट प्रतिदिन किए जाएं। उन्होंने बताया कि टेस्टिंग क्षमता में उत्तर प्रदेश देश में द्वितीय स्थान पर आ गया है। शीघ्र ही प्रतिदिन औसत टेस्टिंग में प्रदेश पहले स्थान पर आ जायेगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि महानिदेशक, स्वास्थ्य तथा महानिदेशक, चिकित्सा शिक्षा अस्पतालों तथा मेडिकल काॅलेजों में कोविड-19 के प्रोटोकाॅल के अनुरूप समस्त व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराएं। इसके लिए दोनों अधिकारी माइक्रो एनालिसिस करते हुए स्वास्थ्य सम्बन्धी पुख्ता इन्तजाम करें। उन्होंने महानिदेशक, स्वास्थ्य को प्रत्येक जनपद के मुख्य चिकित्सा अधिकारी से तथा महानिदेशक, चिकित्सा शिक्षा को प्रत्येक मेडिकल काॅलेज के प्रिंसिपल से नियमित संवाद रखने के निर्देश दिए हैं।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने कहा है कि कोविड अस्पतालों में आॅक्सीजन की सुचारु व्यवस्था के साथ-साथ 48 घण्टे का आॅक्सीजन बैकअप रखा जाए। एल-2 तथा एल-3 कोविड चिकित्सालयों के सभी बेड्स पर आॅक्सीजन की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। एल-2 कोविड चिकित्सालयों में विशेषज्ञ चिकित्सक उपलब्ध रहें। उन्होंने कोविड एवं नाॅन कोविड अस्पतालों में दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता पर बल देते हुए कहा कि दवा के अभाव में उपचार प्रभावित नहीं होना चाहिए तथा मरीजों को अच्छी दवाएं उपलब्ध कराये जाने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि कोविड-19 तथा संचारी रोगों के नियंत्रण में स्वच्छता, सेनिटाइजेशन तथा फाॅगिंग कार्य की उपयोगी भूमिका है। इसलिए इन समस्त कार्यवाहियों को प्रभावी ढंग से संचालित करते हुए इसकी गहन माॅनिटरिंग की जाए। स्वच्छता कार्य के दौरान कचरे का उचित निस्तारण भी किया जाए। उन्होंने कहा कि दो दिन शनिवार एवं रविवार के सफाई अभियान में ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में काफी कार्य हुआ है।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने कहा है कि वैश्विक महामारी कोविड-19 की अभी तक कोई कारगर दवा अथवा वैक्सीन विकसित नहीं हुई है। इस रोग से बचाव ही इसका उपचार है। ऐसे में यह आवश्यक है कि चिकित्सक तथा शोधकर्ता प्रदेश में सफलतापूर्वक उपचारित किए गए रोगियों की केस हिस्ट्री का गहन अध्ययन करते हुए प्रभावी उपचार विधि को विकसित करने का प्रयास करें। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि प्रदेश में आए श्रमिकों और कामगारों की स्किल मैपिंग की गई है। इसके दृष्टिगत श्रमिकों तथा कामगारों की दक्षता के अनुरूप रोजागार कार्यालयों को सक्रिय करते हुए रोजगार उपलब्ध कराने की कार्यवाही में तेजी लायी जाए। इस कार्य में मदद प्रदान करने के लिए जनपदों के जिला सेवायोजन कार्यालयों को सक्रिय किया जाए। प्रधानमंत्री जी द्वारा घोषित किए गए विशेष आर्थिक पैकेज के माध्यम से स्ट्रीट वेंडरों को लाभान्वित करने के लिए प्रभावी कार्यवाही की जाए। उन्होंने आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश के लिए चरणबद्ध रूप से कार्य किए जाने पर बल दिया है।
श्री अवस्थी ने कहा कि मास्क लगाये हर एक, दो गज की दूरी, धोकर बार-बार हाथ रखे क्लीन, इम्युनिटि बढ़ाकर करें वार कोरोना की होगी हार संदेश का अनुपालन तथा व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। गृह विभाग की धारा 188 के तहत 1,55,463 एफआईआर दर्ज करते हुये 3,25,830 लोगों को नामजद किया गया है। प्रदेश में अब तक 1,07,60,539 वाहनांे की सघन चेकिंग में 65,428 वाहन सीज किये गये। चेकिंग अभियान के दौरान 53,84,99,282 रूपए का शमन शुल्क वसूल किया गया। कालाबाजारी एवं जमाखोरी करने वाले 1,032 लोगों के विरूद्ध आवश्यक वस्तु अधिनियम के अन्तर्गत 770 एफआईआर दर्ज किये गये है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के 7,071 हाॅट स्पाॅट के 1049 थानान्तर्गत 11,76,730 मकानों के 69,13,282 लोगों को चिन्हित किया गया है।

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