कैसरबाग और चारबाग बस अड्डे पर उमड़ा यात्रियों का सैलाब

लखनऊ : लॉकडाउन ने गरीब वर्ग और घर से बाहर रहने वालों का बुरा हाल कर रखा है. हालांकि सरकार और प्रशासन लोगों को घरों में रहने और जो जहां है वहीं ठहरने की अपील कर रहा है, लेकिन खाने और छत की तलाश में लोग रोड पर निकल रहे हैं। मीलों पैदल सफर कर लोग अपने घरों तक जाने को तैयार हैं। पैसेंजर्स की परेशानी को देखते हुए कैसरबाग और चारबाग बस अड्डे से विभिन्न जगहों के लिए 250 बसों का संचालन किया गया, जो 28 मार्च की देर रात तक जारी रहा।
परिवहन निगम ने इमरजेंसी में चारबाग और कैसरबाग बस अड्डे से बसों के संचालन के लिए तीन-तीन ड्राइवर रोक रखे थे। वहीं 28 मार्च को बस अड्डे पर उमड़ी भीड़ को देखते हुए एक्स्ट्रा ड्राइवर और कंडक्टर को बुलाया गया। भीड़ को देखते हुए सुबह 8 बजे से बसों का संचालन किया गया। भीड़ की वजह से बसों को बिना सेनेटाइज किये ही रवाना किया गया। बसों में पैसेंजर्स ठूंस-ठूंस कर बैठाए गये थे।
रोडवेज के अधिकारियों ने बताया कि बसें पैसेंजर्स को लेने के लिए हाईवे पर भेजी गयी थी। हर दो घंटे पर हाइवे से पैसेंजर्स लाए गए। चारबाग और कैसरबाग बस अड्डे पर आने वाले पैसेंजर्स को पूड़ी, खिचड़ी और फल बांटे गये। जिन शहरों के लिए बसें भेजी गयीं उनमे गोरखपुर, बलरामपुर, आजमगढ़ वाया सुल्तानपुर, फतेहपुर, बहराइच, वाराणसी, सिद्धार्थनगर, प्रतापगढ़, इलाहाबाद, बलिया शामिल हैं।

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