केशव का दावा: यूपी में जीतेंगे 73 से ज्यादा सीटें

लखनऊ। यूपी के डिप्टी चीफ मिनिस्टर केशव प्रसाद मौर्या से यूपी को लेकर तमाम मसलों पर बातचीत की गयी। जनसंदेश द्वारा वार्ता के अंश प्रस्तुत हैं।
यूपी में भाजपा की सरकार पहले की सपा-बसपा सरकारों से अलग कैसे है।
हमारा काम जनता के सामने है। भ्रष्टाचार पर जीरो टालरेंस की नीति, अपराध पर अंकुश, विकास का शतप्रतिशत पैसा योजना में लग रहा है। विकास के साथ हम ऐसे उपाय भी कर रहें है, जिससे प्रदेश में कम खर्च से जनता को ज्यादा लाभ पहुंचाया जा सके। लंबी फेहरिश्त है।
-लेकिन आपकी सरकार या आपके विभाग में नया क्या हो रहा है।
हम तो सडक़ भी बना रहें है और पर्यावरण को भी बचा रहें है। पीडब्ल्यूडी की सडक़ों के पुर्ननिर्माण और मरम्मत में पहली बार गिट्टी को रिसाइकिल किया जा रहा है। संभवत: यह देश में पहली बार हो रहा है। इससे न सिर्फ लागत घटी है बल्कि पर्यावरण बच रहा है। एक साल में विभाग ने गिट्टी रिसाइकिल कर 942 करोड़ रूपये सडक़ की लागत कम की है। इससे जो पर्यावरण को लाभ हुआ वह अलग। कार्बन उत्सर्जन बचा। 3.12 करोड़ पेड़ों के द्वारा 10 साल में कार्बन डॉइआसाइड सोखने के बराबर है। बची हुई रकम से गांवों को संपर्क मार्ग से जोडऩे पर खर्च कर रहें है। सडक़ ऐसी बन रही है जो लंबे समय तक चलेगी।
-भाजपा का दावा है कि लोकसभा चुनाव में 73 से अधिक सीटें जीतेंगें, किस आधार पर यह दावा कर रहें है। जबकि केन्द्र का रास्ता उप्र से जाता है।
केन्द्र की नरेंद्र मोदी सरकार के पांच साल और प्रदेश की भाजपा सरकार के 23 महीनों के काम के आधार पर। हमने सही मायनों में गांवों का विकास किया है। गन्ना, गेंहूं और धान किसानों को एक लाख करोड़ से अधिक रूपये का भुगतान न्यूनतम समर्थन मूल्य और ऋणमाफी के रूप में हुआ है। ग्रामीण उप्र की तस्वीर तेजी से बदल रही है। हर वर्ग के लिए योजनाओं पर काम हो रहा है। इसीलिए हम 73 नही 74 सीट जीतेंगें। फिर से केन्द्र सरकार का रास्ता उप्र से जाएगा।
-क्या सपा-बसपा गठबंधन और ‘एंटी इन्कमबेंसी’ का असर नही होगा।
कैसे होगा, गठबंधन तो दो लोगों के राजनतिक स्वार्थ का है। पिछले 10 साल में दोनों ने मिल कर लूटा है। जनता से कोई लेना देना नही। भाजपा की सरकार में समाज के अंतिम व्यक्ति का वास्तविक विकास हो रहा है। इस बात को वह समझ रहा है। गरीबी की रेखा के नीचे वालों को गंभीर बीमारी में 5 लाख रूपये का इलाज हो रहा है। बिना किसी सिफारिश के। सिर्फ प्रधानमंत्री आवास नही दिये गए है। उनको निशुल्क बिजली कनेक्शन मिला है। चूल्हा के साथ गैस कनेक्शन मिला, घर के सामने सोलर लाइट भी, हैंडपंप भी। सपा-बसपा सरकार के दौरान गरीब के घर में इन चीजों की कल्पना नही सकते थे।
-लेकिन विकास करने और काम करने से ही वोट नही मिलते है।
राजनीति में ऐसा कहा जाता है, लेकिन इमानदारी से काम और विकास करने पर वोट मिलते है। जब विकास के नाम पर राजनीतिक दल भ्रष्टाचार करते है तो वोट नही मिलते। लेकिन जब नेतृत्व बेदाग और बलशाली हो तो जनता मौका देती है। गरीबों का भरोसा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में है। मै उपमुख्यमंत्री हूं मै भी गरीबी से निकला हूं, मुझे गरीबी का दर्द पता है। इसीलिए जनता पहले से ज्यादा समर्थन देगी।
-यानी जीत के लिए विकास के साथ नेतृत्व ताकतवर होना चाहिए।
हमारे नेतृत्व में यह योग्यता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में छत्रपति शिवाजी महाराज जैसी दृष्टि है। महात्मा गांधी जैसी ग्रामीण क्षेत्र की समझ है। सरदार पटेल जैसा राष्ट्रवाद है। विवेकानंद से मिली सनातन धर्म पर पकड़ है। आप देखिये पहले डोकलाम और अब पुलवामा में पाकिस्तान प्रयोजित हमले के बाद हमने सैनिकों के शहादत का बदला लिया है। दुनिया भारत के साथ है पाकिस्तान अलग-थलग है।
-आपको लगता है कि पाकिस्तान पर एयर सर्जिकल स्ट्राइक का चुनाव पर असर होगा।
यह मामला चुनाव से जुड़ा नही है। राजनीतिक नही है, देश की सुरक्षा से जुड़ा है। हमारी केन्द्र सरकर ने पाकिस्तान को माकूल जवाब दिया है।
-लेकिन सब होते हुए भी आप उप्र के तीन लोकसभा और एक विधानसभा उपचुनाव हार गए।
वह हार हुई, क्योंकि हमारे मतदाता उतनी संख्या में वोट डालने नही निकले, अब निकलेंगें क्योंकि यह बड़ी लड़ाई है। मतदाता हमारे साथ है। पार्टी संगठन पहले से ज्यादा मजबूत है।
-इस बात की भी चर्चा होती है कि सरकार व संगठन में तालमेल नही है।
-यह गलत है, हमारा तालमेल शानदार है। पार्टी के संकल्प घोषणा पत्र पर ही सरकार काम कर रही है। अन्त्योदय हमारा संकल्प है।
-लेकिन सरकार में शामिल सहयोगी तो तरह-तरह के आरोप लगा रहें है।
हम लोकतंत्र में रहते है, सबको अपनी बात कहने की आजादी है, भाजपा अपनी नीतियों की और सहयोगी अपनी बात करते है, इसमें कुछ भी गलत नही है।
-आप राम मंदिर आंदोलन से जुड़े रहें है। कब बनेगा राम मंदिर।
भव्य राम मंदिर बनना तय है, यह भी बता दूं कि अयोध्या में बाबर के नाम पर अब एक ईंट भी नही लेग सकती। सुप्रीम कोर्ट के सामने सुनवाई चल रही है।
-2014 में आप फूलपुर से चुनाव लड़े थे, मुख्यमंत्री भी लोकसभा सदस्य चुने गए थे। क्या कुछ मंत्री भी लड़ सकते है।
यह पार्टी का विषय है। इसलिए कोई कमेंट नही कर सकता।

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