काले धन को सफ़ेद कैसे करें : सीखे भ्रस्टाचारी से

काले धन को सफ़ेद कैसे करेंकाले धन को सफ़ेद कैसे करें : सीखे भ्रस्टाचारी से  जी हाँ . 500 और 1000 रुपये के नोट बैन के क़ानून ने भारत के साथ पूरी दुनिया में खलबली मचा दी है. करप्ट लोगों के लिए ये ख़बर तो एक सदमे जैसी है. सालों से जमा काले पैसे को सफेद करना उनके लिए परेशानी का सबब बन रहा है. इसके लिए वे कई तरीके अपना रहे हैं. जानकारी के लिए बता दूं कि पिछले 6 दिन में गूगल पर ‘कालेधन को सफ़ेद कैसे करें?’, ये ज़्यादा सर्च किया जा रहा है. समय कम होने के कारण लोग अपने पैसों को कई तरीकों से सफ़ेद करने की जुगाड़ में हैं. हालांकि, सरकार सभी तरीकों पर नज़र रख रही है. आइए, हम उन तरीकों के बारे में बताते हैं.

नेताओं ग़रीबों को पैसा बांट रहे हैं

नेताओं के पास पैसा होना आम बात है. कई नेताओं के पास आय से अधिक पैसा होता है, जिसे हम कालाधन कहते हैं. आजकल नेताओं के लिए भी बड़ी असमंजस की स्थिति है. वे अपने पैसों को ग्रामीणों और ग़रीबों के बीच बांट रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक, वे कमीशन के तौर पर भी ऐसा कर रहे हैं. इसके लिए उन्होंने कई एजेन्ट्स तय कर लिए हैं, जो इस तरह का काम कर रहे हैं.

अडवांस सैलरी के रूप में

उद्योगपतियों के लिए यह कानून किसी आफत से कम नहीं है. इसके लिए उन्होंने नायाब तरीका निकाला है. वे अपने कर्मचारियों को अडवांस सैलरी दे रहे हैं. कोई 2 महीने की दे रहा है, तो कोई साल भर की सैलरी दे रहा है.

समाजसेवा के नाम पर

हिन्दुस्तान में समाज सेवा एक धंधे के रुप में भी अपनाया जाता है. कई लोग समाज सेवा के रूप में अपने कालेधन को सफेद कर रहे हैं.

रेलवे टिकट की अडवांस बुकिंग

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अभी हाल में ही देखा गया था कि लोग ट्रेन्स के वेटिंग टिकट्स खरीद रहे हैं. 6 दिन में टिकट की खरीदारी करीब 37 फीसदी बढ़ चुकी. विजिंलेंस एजेंसी इस पर नज़र बनाए हुए है.

सुकन्या योजना बेटियों के खाते पर निगाह

मोदी सरकारी ने पिछले वित्तिय वर्ष में दस साल तक की बेटियों के डाकघरों में खाते खोलने की नई योजना शुरु की है. इस योजना में प्रत्येक अकाउंट में 1.5 लाख हर साल डाले जा सकते हैं. ऐसे में बेटियों के हक़ पर कालेधन के ठेकेदारों की नज़रें गड़ी हुई है. इसका इस्तेमाल भी कालेधन को सफेद किए जाने में किया जा सकता हैं.

ग्रामीण महिलाओं को देकर

ग्रामीण इलाकों में महिलाओं के खाते में अमूमन कम पैसे रहते हैं. लेकिन हाल के दिनों में देखा जा रहा है कि एकाएक उनके खातों में पैसे डल रहे हैं. आशंका ये है कि लोग कालेधन को इसके ऊपर भी खपा रहे हैं.

अस्पतालों में भी हो रहा है ये गोरखधंधा

यूं तो सरकार ने अस्पताल को इस कानून से दूर रखा है. ऐसे में कई लोग इसका फायदा भी उठा रहे हैं. इलाज और जांच के नाम पर वे अडवांस पैसे जमा कर रहे हैं. यह अस्पताल कर्मचारियों की सांठ-गांठ के कारण संभव हो पा रहा है.

देश में नए कानून ने भ्रष्ट अधिकारियों, नेताओं और उद्योगपतियों की नींद ख़राब कर रखी है. लेकिन दुर्भाग्य है कि लोग इसका तोड़ भी निकाल ले रहे हैं. इसके अलावा कई और तरीके हैं, जो हमें नहीं है मालूम. मालूम होते ही हम आपको तुरंत इसकी जानकारी देंगे. 

 

-गज़ब पोस्ट से साभार

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