कार्टून विवाद के बीच फ्रांस के राष्ट्रपति के खिलाफ भोपाल में प्रदर्शन, सीएम ने कहा- शांति भंग करने वालों के खिलाफ होगी कार्रवाई

भोपाल। फ्रांस में जारी कार्टून विवाद के बीच एमपी की राजधानी भोपाल के इकबाल मैदान में बृहस्पतिवार को मुस्लिम समुदाय के लोगों ने फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के खिलाफ प्रदर्शन किया। विरोध प्रदर्शन को संबोधित करते हुये कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद (MLA Arif Masood) ने मांग की कि केंद्र सरकार फ्रांस में भारतीय राजदूत को वहां के शासन के ‘मुस्लिम विरोधी’ रुख के खिलाफ विरोध दर्ज कराने के लिए कहे। वहीं, सीएम शिवराज ने ट्वीट कर शांति-व्‍यवस्‍था भंग करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है।

मसूद ने मैक्रों पर पैगंबर मोहम्मद के आक्रामक कार्टूनों का समर्थन करने और जानबूझकर मुस्लिमों की भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाया है। उल्लेखनीय है कि यह पूरा विवाद पेरिस के उपनगरीय इलाके में एक शिक्षक की हत्या के बाद शुरू हुआ, जिसने पैगंबर मोहम्मद के कार्टून अपने विद्यार्थियों को दिखाए। बाद में उसकी सिर काटकर हत्या कर दी गई। शिक्षक की हत्या के बाद फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों की ओर से की गई विवादित टिप्पणी को लेकर मुस्लिम देशों के बीच फ्रांस के खिलाफ माहौल बनता जा रहा है।

सीएम शिवराज का सख्‍त रुख

विरोध प्रदर्शनों पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सख्‍त रुख अपना लिया है। उन्‍होंने ट्वीट कर कहा कि मध्य प्रदेश शांति का टापू है। इसकी शांति को भंग करने वालों से हम पूरी सख्ती से निपटेंगे, इस मामले में 188 IPC के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है। किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जायेगा, वो चाहे कोई भी हो।

मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड भी कर चुका है अपील

बता दें कि इससे पहले खबर सामने आई थी कि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने मुसलमानों से फ्रांस के उत्पादों का बहिष्कार करने की अपील की है। बोर्ड ने साफ किया कि पैग़म्बर के सम्मान की रक्षा करना हमारा दीनी एवं ईमानी कर्तव्य है। उनकी शान में गुस्ताखी बर्दास्त नहीं कि जाएगी। इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सचिव व सोशल मीडिया डेस्क के प्रभारी मौलाना मुहम्मद उमरैन महफूज़ रहमानी ने कहा कि अल्लाह के रसूल मोहम्मद सल्ल, हमारे बच्चों, माता-पिता और हमारी जिंदगी से भी ज्यादा अजीज हैं। उनके पाकीजा किरदार के बारे में किसी भी प्रकार के अपशब्द असहनीय हैं।

फ्रांस से नाराजगी

मूहम्‍मद उमरैन ने कहा कि आए दिन पैग़म्बर के बारे में अशोभनीय टिप्पणियों की घटनाएं सामने आ रही हैं। इससे पहले फ्रांसीसी पत्रिका शार्ली अब्‍दो ने वर्ष 2006 और 2013 में पैग़म्बर के बारे में कार्टून प्रकाशित कर अपमान किया था। उन्होंने कहा कि हाल ही में फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों ने इस्लाम और मुस्लिमों के ख़िलाफ भाषण दिया और फ्रांस के विभिन्न भवनों पर ईश निंदा के निशान लगाए गए। उन्होंने कहा कि ये किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। उन्होंने मुस्लिम समुदाय से अपना विरोध दर्ज कराने के लिये फ्रांस के सामान का बहिष्कार करने की अपील की।

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