कांग्रेस चाहती है कि जहां जीत थोड़ा मुश्किल है वहां चुनाव लड़ें दिग्विजय

नई दिल्ली। मध्य प्रदेश में डेढ़ दशक बाद कांग्रेस की सत्ता में वापसी हुई है, लिहाजा उसके लिए लोकसभा चुनाव 2019 काफी अहम है। मध्य प्रदेश में कांग्रेस चाहती है कि जहां जीत थोड़ा मुश्किल है वहां मजबूत कैंडिडेट को बीजेपी के खिलाफ टिकट दिया जाए।  दिग्विजय 10 साल तक मध्य प्रदेश के सीएम रह चुके हैं और लगभग हर क्षेत्र में उनकी मजबूत पकड़ है, इसलिए उन्हें कठिन सीटों पर जिताऊ उम्मीदवार माना जा रहा है।
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आपको बता दें कड़ी में पार्टी राज्य में अपने वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह को कठिन सीट से लोकसभा चुनाव लड़ाना चाहती है। इसे लेकर सीएम कमलनाथ ने कहा, ”हमने दिग्विजय सिंह से कहा है कि वे मध्य प्रदेश की सबसे कठिन से कठिन जो दो तीन सीटे हैं उनसे चुनाव लडें।” भोपाल, उज्जैन, इंदौर और विदिशा सीटें बीजेपी का गढ़ मानी जाती हैं. लेकिन दिग्विजय फिलहाल राजगढ़ से लड़ने पर जोर दे रहे हैं।
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जानकारी के मुताबिक दिग्विजय अभी राज्यसभा के सदस्य हैं और चुनाव लड़ने का फैसला पार्टी पर छोड़ चुके हैं। इस संसदीय क्षेत्र के राघौगढ़ विधानसभा से दिग्विजय के पुत्र जयवर्धन सिंह, खिलचीपुर से भतीजे प्रियव्रत सिंह और चाचौड़ा से छोटे भाई लक्ष्मण सिंह विधायक हैं।

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