कांग्रेस कार्यसमिति में घमासान, एक और राहुल गांधी ने तो दूसरी और कैप्टन अमरिंद सिंह ने…

कांग्रेस में नेतृत्व के मुद्दे पर पार्टी के दो खेमों में नजर आने की स्थिति बनने के बीच आज यानी सोमवार रको पार्टी की कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक हो रही है। कांग्रेस कार्यसमिति की इस बैठक में लीक हुई चिट्ठी पर घमासान मचा हुआ है। एक ओर जहां राहुल गांधी ने चिट्ठी की टाइमिंग पर सवाल उठाए हैं, वहीं दूसरी ओर कैप्टन अमरिंद सिंह ने इस चिट्ठी प्रकरण पर दुख जताया है। इतना ही नहीं, पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पद छोड़ने की इच्छा जताई है।

सूत्रों की मानें तो कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में राहुल गांधी ने कहा कि जब सोनिया गांधी अस्पताल में भर्ती थीं, तब यह पत्र क्यों भेजा गया? उन्होंने आगे कहा कि कहा कि इन मुद्दों पर चर्चा सीडब्ल्यूसी में होनी चाहिए न कि मीडिया में। वहीं कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस वर्चुअल बैठक में कहा कि चिट्ठी लिखे जाने की बात से मुझे दुख हुआ है। बता दें कि गुलाम नबी आजाद, शशि थरूर और कपिल सिब्बल जैसे 23 वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ने चिट्ठी लिखकर पूर्णकालिक अध्यक्ष बनाने और संगठन के चुनाव कराने की मांग की थी

वहीं, बैठक शुरू होती ही कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में पद छोड़ने की इच्छा जताई। सोनिया गांधी ने सदस्यों से कहा कि उन्हें अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी से मुक्त कर दें और पार्टी को संकट से उबारने के लिए प्रयास करें। हालांकि, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और एके एंटनी ने पद पर बने रहने की अपील की। मनमोहन सिंह ने कहा कि सोनिया गांधी को पद पर बने रहना चाहिए और अपना कार्यकाल पूरा करना चाहिए।

गौरतलब, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद, शशि थरूर, पृथ्वीराज चौहान, आनंद शर्मा और कपिल सिब्बल समेत 23 नेताओं ने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर पार्टी में सामूहिक नेतृत्व की जरूरत पर जोर देते हुए कहा था कि कांग्रेस को पूर्णकालिक अध्यक्ष मिलना चाहिए, जो जमीन पर सक्रिय हो और कांग्रेस मुख्यालय एवं प्रदेश कांग्रेस कमिटियों के मुख्यालय में भी उपलब्ध हो।

दरअसल, सीडब्ल्यूसी की बैठक से एक दिन पहले रविवार को पार्टी में उस वक्त नया सियासी तूफान आया गया, जब पूर्णकालिक एवं जमीनी स्तर पर सक्रिय अध्यक्ष बनाने और संगठन में ऊपर से लेकर नीचे तक बदलाव की मांग को लेकर सोनिया गांधी को 23 वरिष्ठ नेताओं की ओर से पत्र लिखे जाने की जानकारी सामने आई।

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