कनिका की देखभाल के लिए हर चार घंटे पर बदलती है नर्स की ड्यूटी

-प्राइवेट रूम में भर्ती कनिका के पास चौबीसों घंटे रहती है एक नर्स
-इस तरह के संक्रमण के इलाज में जबरदस्‍त तरीके से रखना होता है ध्‍यान
-मनमानी कर चुकी कनिका पर इलाज में सहयोग न करने की बात कही थी निदेशक ने

सेहत टाइम्‍स ब्‍यूरो 
लखनऊ। क्‍या आप जानते हैं कि कोरोना पॉजिटिव मरीज की देखभाल कैसे होती है, और इसके लिए किस तरह से मशक्‍कत करनी पड़ती है। ऊपर से कनिका कपूर जैसी मनमर्जी करने वाली मरीज हो तो अस्‍पताल के लोगों की परेशानी दोगुनी हो जाती है। कनिका अभी संजय गांधी पीजीआई में भर्ती है। उसकी हालत कंट्रोल में बतायी जा रही है।
अपने गाने से ज्‍यादा बीमार होने पर लोगों की नजर में आयी सिंगर कनिका कपूर कोरोना पॉजिटिव है, उसकी देखभाल के लिए हर समय एक नर्स उसके साथ उसके कमरे में रहती है। चार-चार घंटे पर नर्स की शिफ्ट बदलती है, यानी एक दिन में छह नर्स ड्यूटी कर रही हैं, ये नर्स ही उसे दवा खिलाती हैं तथा बाकी ध्‍यान रखती है। आपको बता दें कि ड्यूटी के समय नर्स को जो पीपीई किट पहननी पड़ती है इसे पहनने में ही काफी समय लगता है, और ड्यूटी खत्‍म होने के बाद उतारने में अत्‍यंत सावधानी बरतनी पड़ती है, क्‍योंकि शरीर के किसी भी भाग से किट का बाहरी हिस्‍सा न छू जाये। इसके बाद पहनी हुई इस किट को एक अलग पैकेट में रखकर डिस्‍पोस ऑफ करने के लिए जला दिया जाता है। चूंकि कनिका कपूर की स्थिति सही है और वह अभी अपने पर्सनल कार्य खुद ही कर रही है, इसलिए हर समय की ड्यूटी के लिए एक नर्स में काम चल रहा है वरना अगर मरीज गंभीर स्थिति में होता है तो उसकी दैनिक क्रियाओं के कार्य कराने के लिए भी एक कर्मचारी की ड्यूटी लगानी पड़ती।
इसके अलावा कोरोना वायरस वाले मरीजों के लिए चिकित्‍सकों की ड्यूटी फि‍लहाल छह-छह घंटे की तीन शिफ्ट में लगायी गयी है। इन चिकित्‍सकों के लिए भी पीपीई किट एक बार में एक की जरूरत होती है। चूंकि यह तो इलाज का एक प्रोटोकॉल है, और प्रोटोकॉल ऐसा इसलिए है क्‍योंकि इलाज करने वाले को संक्रमण से बचाने के लिए ऐसा करना जरूरी होता है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि एक तरफ इतनी सारे इंतजाम करके सरकार मरीज का इलाज कर रही है, इसके बावजूद कनिका जैसी गैरजिम्‍मेदार मरीज सहयोग तक करने को तैयार नहीं होते हैं, यह निश्चित ही कनिका के व्‍यवहार पर सवालिया निशान लगाता है।
कनिका का यह व्‍यवहार निश्चित रूप से सही नहीं कहा जा सकता, उसे सोचना चाहिये कि जाने-अनजाने उसकी एक लापरवाही की वजह से इतना बखेड़ा खड़ा हो गया कि कनिका की पार्टी में शामिल सांसद दुष्‍यंत सिंह के शामिल होने की वजह से संदिग्‍ध संक्रमण के तार राष्‍ट्रपति तक से जुड़ने की स्थिति आ गयी।
आपको बता दें कि कनिका ने अस्‍पताल में गंदगी का आरोप लगाया था जिस पर निदेशक डॉ आरके धीमान ने कहा भी था कि कनिका को प्राइवेट रूम दिया गया है, उसमें बाथरूम अटैच है। टेलीविजन की भी सुविधा है। रूम में साफ-सफाई बेहतर है। मगर, वह इलाज के दौरान स्टाफ का सपोर्ट नहीं कर रही हैं। अस्पताल की तय गाइड लाइन के बजाए मनमानी कर रही हैं। सोशल मीडिया पर झूठ व अफवाह फैला रही हैं। स्‍टाफ ने बताया कि कनिका कपूर मास्‍क नहीं लगा रही थी, निर्धारित किट नहीं पहन रही थी, उसका कहना था कि मेरा दम घुटता है मैं मास्‍क नहीं लगाउंगी। सूत्र बताते हैं कि खाना अभी भी वह अपनी मर्जी का खा रही है।
आपको बता दें कि कनिका पर कोरोना वायरस के इलाज को लेकर बनी गाइडलाइन न मानने का आरोप है और इसके लिए उसके खिलाफ सरोजनी नगर थाने में एफआईआर भी लिखी गयी है। लंदन से लखनऊ लौटीं बॉलीवुड सिंगर ने सरकार की एडवाइजरी को नजरंदाज किया। उन्होंने बड़ी-बड़ी पार्टियों में शिरकत की। सैकड़ों परिवारों में संक्रमण का खतरा पसार दिया।

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