ऑपरेशन से पहले मरीज के बेटे से खाली पेज पर कराए थे साइन

पटियाला. राजिंदरा अस्पताल में ऑपरेशन से पहले सर्जरी डिपार्टमेंट के एक डॉक्टर द्वारा मरीज के लड़के से खाली कागज पर साइन करवाने को लेकर विवाद छिड़ गया। हालात इस कद्र बिगड़ गए कि जब इसकी शिकायत करने के लिए एक गैर सरकारी संस्था आगे आयी तो ऑपरेशन थिएटर में मौजूद डॉक्टरों ने ऑपरेशन करने से ही इनकार कर दिया। बात बढ़ गई और इसके बाद ऑपरेशन हुए ही नहीं। इस बारे में जब अस्पताल के एमएस डॉ. बीएस बराड़ से संपर्क किया गया तो उन्होंने खाली कागज पर साइन लिए जाने की घटना पर स्पष्ट जवाब न देते हुए टालमटोल वाला रवैया अपनाया। माना कि ऑपरेशन थिएटर में झगड़ा हुआ था।
ऑपरेशन से पहले मरीज के बेटे से खाली पेज पर कराए थे साइन
सनौर के हरमेस सिंह ने बताया कि उनकी माता लक्ष्मी के गले का ऑपरेशन सर्जरी डिपार्टमेंट में किया जाना था। उसने कहा कि ऑपरेशन से पहले डिपार्टमेंट के ही एक डॉक्टर उनके पिता अंग्रेज सिंह से खाली कागज पर साइन करवा लिए। इसकी जानकारी हरमेस ने ह्यूमन राइट्स मंच की सेक्रेटरी परमिंदर बाठ को दी तो परमिंदर बाठ इस बारे में एमएस दफ्तर चली गईं।

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वहां एमएस डॉ. बराड़ ने ऐसा न होने की बात की और उन्हें तसल्ली के लिए ऑपरेशन थिएटर जाने को कहा। ऑपरेशन थिएटर में सर्जरी डिपार्टमेंट के डॉ. रेखी की देखरेख में अभी ऑपरेशन होना ही था कि परमिंदर बाठ व कुछ अन्य लोगों के ऑपरेशन थिएटर में आने पर उन्होंने ऐतराज जताया। इस मौके जहां परमिंदर बाठ व उनके साथ आए लोगों ने खाली कागज पर साइन करवाए जाने पर ऐतराज जताया वहीं ओटी में मौजूद डॉक्टरों ने उनकी थिएटर में एंट्री पर नाराजगी जताई। इसके बाद डॉक्टरों ने ऑपरेशन न करने का फैसला कर लिया। उनके इस फैसले के कारण कई मरीजों को बगैर ऑपरेशन करवाए ही वापस लौटना पड़ा।

उधर खाली कागज पर साइन करवाए जाने से सर्जरी डिपार्टमेंट के डॉक्टर रेखी ने इनकार किया। उन्होंने कहा कि मरीजों के इलाज में कोई कसर नहीं छोड़ी जाती है और पूरी देखरेख में इलाज किया जाता है। हरमेस सिंह ने बताया कि वीरवार को उनकी माता लक्ष्मी का ऑपरेशन होना था। डॉक्टरों ने पहले ही खाली पेज में सिग्नेचर करवा लिए थे, लेकिन अब डॉक्टरों ने ऑपरेशन करने से इनकार कर दिया है। अब ऑपरेशन अगले सप्ताह होगा।
 
एमएस ने खुद भेजा था
ऑपरेशन थियेटर की शिकायते मैने एमएस से की थी, लेकिन ऑपरेशन थियेटर में खुद एमएस ने मुझे भेजा था। इस लिए हम गए थे। हम लोगों ने कोई हंगामा नहीं किया।
– परमिंदर बाठ, ह्यूमन राइट्स मंच सेक्रेटरी
 
डॉक्टरों ने किया इनकार
मैने खुद ही ऑपरेशन थियेटर का दौरा किया है। थियेटर में कुछ लोगों ने डॉक्टरों से बहस की थी। डॉक्टरों ने ऑपरेशन करने से इनकार कर दिया है। उनको हमने समझाया तब जाकर वह ऑपरेशन के लिए राजी हुए है। ऑपरेशन अब अगले सप्ताह होगा।
– बीएस बराड़ एमएस
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