एशियाड में भारत की ‘दादी’ और इंडोनेशिया के ‘दादा’ जीतेंगे गोल्ड

18वें एशियाई खेलों में ब्रिज के खेल को पहली बार शामिल किया गया है. ब्रिज की अलग-अलग स्पर्धाओं में भारत के कुल 12 खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं. इसमें 79 साल की रीता चोकसी भारत की सबसे उम्र की खिलाड़ी के तौर पर अपनी दावेदारी पेश कर रही हैं. इसके अलावा मेजबान देश इंडोनेशिया के 78 साल के बाम्बांग हरटोनो पर भी हर किसी की नजरें होंगी. रीता चोकसी और हरटोनो को इस खेल का माहिर खिलाड़ी माना जाता है. सबसे बुजुर्ग यह दोनों खिलाड़ी अपने-अपने देश के लिए टीम और मिक्स्ड टीम इवेंट में हिस्सा ले रहे हैं.एशियाड में भारत की 'दादी' और इंडोनेशिया के 'दादा' जीतेंगे गोल्ड

78 साल के हरटोनो इंडोनेशिया के सबसे अमीर व्यक्ति हैं

ब्रिज एक ऐसा ताश के पत्तों का खेल जिसे आम तौर पर अमीर लोग ही खेल पाते हैं, वैस तो ब्रिज कोई आसान खेल नही है. इसे खेलने के लिए शतरंज से भी ज्यादा दिमाग की जरूरत होती है. इंडोनेशिया के सर्वाधिक धनी व्यक्ति माइकल बाम्बांग हरटोनो 78 साल के हैं. बाम्बांग और उनके भाई बुदी हरटोनो फोर्ब्स मैगजीन की सूची में लगातार पिछले 10 सालों से इंडोनेशिया के शीर्ष-50 अमीर व्यक्तियों में शीर्ष पर रहे हैं. बाम्बांग ने एशियाई खेलों की तैयारी के लिए यूरोप और अमेरिका में हाल ही में दो महीने का अपना ट्रायल पूरा किया है.

रीता चोकसी ब्रिज की सबसे माहिर खिलाड़ी

भारत की रीता को ताश खेलने पैशन है. रीता 1970 से ही इस खेल में हिस्सा ले रही हैं और उन्होंने कई इंटरनेशनल टूर्नामेंट में भारत का प्रतिनिधित्व किया है. वह चीन, पाकिस्तान और अमेरिका में भी इस खेल में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं. इस उम्र में लोग अपने आपको स्वस्थ रखने के लिए दवाइयां लेते हैं, लेकिन रीता सिर्फ योगा करती हैं. दिमाग के इस खेल के लिए रीता ने गोवा में ब्रिज फेडरेशन ऑफ इंडिया की कराई गई प्रतियोगिता में हिस्सा लेकर उन्होंने चार लोगों की टीम में अपनी जगह पक्की की. रीता दिल्ली के खेलगांव इलाके में रहती हैं. यह वही जगह है, जो 1982 के एशियन खेलों के लिए बनाए गए थे.

क्या है ‘ब्रिज’ खेल और कैसे खेला जाता है

ब्रिज एक ताश के पत्तों का खेल है. यह 2 और 4 खिलाड़ियों के बीच खेला जाता है. इस खेल में खिलाड़ियों के बीच बराबार के पत्ते बांटे जाते हैं. और हर एक खिलाड़ी को अपने पार्टनर के साथ मिलकर ब्रिज बनाना होता है. इसलिए इस खेल में कम्युनिकेशन और कोआर्डिनेशन की काफी जरूरत पड़ती है.

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