उप्र : ब्राह्मणों की हत्‍या को लेकर विधायक ने खोला मोर्चा, सरकार से पूछे कई सवाल

सुल्तानपुर। उत्‍तर प्रदेश में ब्राह्मण वोट बैंक को लेकर चल रही राजनीति के बीच यूपी सरकार के खिलाफ सुल्तानपुर जिले की लंभुआ सीट से विधायक देवमणि द्विवेदी ने ब्राह्मणों पर अत्याचार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। विधायक ने उत्‍तर प्रदेश में ब्राह्मणों की हत्‍या को लेकर कई सवाल उठाए हैं।

विधायक देवमणि द्विवेदी ने यूपी की योगी सरकार से पूछा है कि वर्तमान की बीजेपी सरकार के करीब साढ़े तीन वर्ष के कार्यकाल में कितने ब्राह्मणों की हत्या हुई है। इन हत्याओं को अंजाम देने वाले कितने लोग गिरफ्तार किए गए हैं। प्रदेश सरकार इनमें से कितने लोगों को सजा दिलाने में अब तक सफल रही है।

इसके साथ ही विधायक ने यह भी पूछा कि ब्राह्मणों की सुरक्षा को लेकर सरकार की रणनीति क्या है। क्या ऐसी हालत में सरकार ब्राह्मणों को शस्त्र लाइसेंस देने में प्राथमिकता देगी। अभी तक इस सरकार के कार्यकाल में कितने ब्राह्मणों ने शस्त्र लाइसेंस के लिए आवेदन किया है और कितनों को लाइसेंस जारी हो गया है।

बता दें कि उत्‍तर प्रदेश में लगभग 12 से 14 प्रतिशत का ब्राह्मण वोट बैंक है। कानपुर में विकास दुबे के एनकांउटर के बाद से यूपी में ब्राह्मण उत्पीड़न का मुद्दा तेजी के साथ उठने लगा था। सबसे पहले कांग्रेस की तरफ से पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद इस जाति के सहानुभूति वोट बटोरने की कोशिश में दिखे।

वहीं इसके बाद बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती भी पहले ही अपने 2007 के सोशल इंजीनियरिंग के फॉर्मूले को दोहराने के लिए ब्राह्मण भाईचारे कमेटी को सक्रिय करने का फैसला कर लिया था। इसी बीच सपा ने ब्राह्मण वोट बैंक में सेंध लगाने के लिए भगवान परशुराम की मूर्ति लगाने का शिगूफा छोड़ दिया है।

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