उत्‍तर प्रदेश पुलिस की पहल ‘यूपी-100’ को मिला जियो स्‍मार्ट इंडिया अवार्ड

उत्‍तर प्रदेश की कानून-व्‍यवस्‍था को बेहतर बनाने और पीडि़तों को तत्‍काल मदद पहुंचाने के लिए सूबे की पुलिस द्वारा शुरू की गई सुविधा ‘यूपी-100’ के प्रयासों को एक बार फिर सराहा गया है. देश में अपने तरह की पहली और अनूठी पहल के लिए ‘यूपी-100’ को  जियो स्‍मार्ट इंडिया-2019 के सम्‍मान से सम्‍मानित किया गया है. उत्‍तर प्रदेश पुलिस की पहल 'यूपी-100' को मिला जियो स्‍मार्ट इंडिया अवार्ड

उत्‍तर प्रदेश पुलिस को यह सम्‍मान नई दिल्‍ली में आयोजित इंडिया जियो स्‍पेशियल एक्‍सलेंस अवार्ड समारोह के दौरान प्रदान किया गया है. यूपी-100 को यह सम्‍मान एक्सिलेंस अवार्ड फार पब्लिक सेफ्टी श्रेणी के तहत दिया गया है. उत्‍तर प्रदेश पुलिस की तरफ से यह सम्‍मान सूबे के पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने विदेश राज्‍यमंत्री जनरल वीके सिंह के हाथों ग्रहण किया है. 

उल्‍लेखनीय है कि यह अवार्ड नई दिल्‍ली स्थिति संस्‍था जियो स्‍पेशियल मीडिया की ओर से दिया जाता है. इसमें उन संस्‍थाओं को सम्‍मानित किया जाता है, जिन्‍होंने डिजिटल मैप, भौगोलिक संरचनाओं तथा मानव निर्मित भवनों आदि को अपनी कार्य प्रणाली में शामिल कर जनता को बेहतर एवं त्‍वरित सेवाएं प्रदान की हैं. 

उत्‍तर प्रदेश पुलिस के अनुसार यूपी-100 के जरएि प्रदेश के सभी गांवों, थानों और जिलों के लिए डि‍जिटल बाउंड्री तैयार की गई है. यूपी-100 को जीपीएस तकनीक से लैस किया गया है. जिससे आपात परिस्थितियों में कॉलर की लोकेशन को को डिजिटल मैप पर ट्रेस कर त्‍वरित सहायता प्रदान की जा सके. 

उत्‍तर प्रदेश पुलिस के महानिदेशक ओपी सिंह के अनुसार, ‘यूपी 100’ परियोजना की शुरुआत सुरक्षा एवं संरक्षा के लिए त्‍वरित एकीकृत (इंट्रीग्रेटेड) आपातकालीन सेवाएं प्रदान करने के उद्देश्‍य से की गई थी. इस योजना का लाभ उत्‍तर प्रदेश में कहीं से भी, कभी भी और किसी भी व्‍यक्ति द्वारा लिया जा सकता है. 

उन्‍होंने बताया कि इस परियोजना के अंतर्गत लखनऊ में एक प्रदेश स्‍तरीय केंद्रीय संपर्क केंद्र स्‍थापित किया गया है. इस केंद्र में 100 नंबर की अनेक फोन लाईनों की उपलब्‍धता 24 घंटे सुनिश्चित की गई है. आपात स्थिति में नागरिक फोन, एसएमएस, ईमेल सहित अन्‍य संचार माध्‍यम से केंद्र से संपर्क कर सकते हैं. 

उन्‍होंने बताया कि इस केंद्र के सीधे नियंत्रण में पूरे प्रदेश में संचालित 3200 चार पहिया तथा 1600 दो पहिया वाहन तैना किए गए हैं. ये सभी पुलिस वाहन शीघ्रता से नागरिकों तक पहुंच कर अपनी सेवायें प्रदान कर करते हैं. उन्‍होंने बताया कि यूपी-100 के लिए नगरीय क्षेत्रों में 15 मिनट तथा ग्रामीण क्षेत्रों में 20 मिनट के अन्‍दर घटनास्‍थल  तक पहुंचने का लक्ष्‍य निर्धारित किया गया है .

इस परियोजना में पुलिस की स्‍थल सेवाओं के साथ ही अग्निशमन सेवा तथा चिकित्‍सा सम्‍बन्‍धी आपातकालीन सेवाओं को भी एकीकृत किया गया है. उत्‍तर प्रदेश पुलिस ने इस सेवा को आसान बनाने के लिए यूपी-100 के नाम से एक एप्लिकेशन भी तैयार किया है. कोई भी व्‍यक्ति अपना व्‍यक्तिगत विवरण इस एप्लिकेशन के माध्‍यम से यूपी 100 में पंजीकृत करा सकता है. 

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