इस स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी तोड़ेंगे अटल के ये रिकॉर्ड

जुबिली न्यूज़ डेस्क
15 अगस्त 2020 को इस बार देश अपना 74 वां स्वतंत्रता दिवस मनाने जा रहा है। इस बार का स्वतंत्रता दिवस हर बार के स्वतंत्रता दिवस कुछ अलग होगा। और इसकी पीछे की वजह है कोरोना। कोरोना ने इस बार के स्वतंत्रता दिवस के जश्न के तरीके को भी पूरा बदलकर रख दिया है।
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर पिछले साल की तरह इस बार भी लाल किले की प्राचीर से तिरंगा फहराएंगे। लेकिन इस बार इस त्यौहार के मौके पर कोरोना की वजह से कुछ चीजें नहीं दिखेंगी और नजारे बदले-बदले से नजर आएंगे। हर साल की तुलना में इस बार मेहमान कम होंगे। सुरक्षा में तैनात पुलिस और सुरक्षाबल पीपीई किट में होंगे साथ सभी फोटो जर्नलिस्ट का कोरोना टेस्ट हुआ होगा।

पीएम मोदी तोड़ेंगे अटल का रिकॉर्ड
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले दो दिन में दो नए रिकॉर्ड अपने नाम करने जा रहे हैं। इस बार लाल किले पर तिरंगा फहराने के साथ ही मोदी वह सबसे अधिक बार ऐसा करने वाले पहले गैर-कांग्रेसी प्रधानमंत्री होंगे। मोदी ने पहली बार 2014 में लालकिले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया था।
पिछले वर्ष अपनी सरकार के दूसरे कार्यकाल में छठवीं बार तिरंगा फहराकर भारतीय जनता पार्टी सरकार के पहले प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी की बराबरी कर ली थी। वह इस बार श्री वाजपेयी से एक कदम आगे बढ़कर सातवीं बार तिरंगा फहराएंगे।
इसके अलावा  प्रधानमंत्री के रूप में आज उनका 2,272वां दिन है। पिछले 6 साल दो महीने 19 दिन से मोदी पीएम हैं। अटलजी भी अपने तीन कार्यकाल में कुल इतने ही दिन प्रधानमंत्री रहे। ये रिकॉर्ड भी कल टूट जाएगा।
कम हुई मेहमानों की संख्या
इस बार स्वतंत्रता दिवस समारोह के लिए आने वाले 140 मेहमानों में कैबिनेट मंत्री, वरिष्ठ नौकरशाह और सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश शामिल होंगे। जबकि किसी भी वीआईपी के पति या पत्नी को आमंत्रित नहीं किया गया है और अधिकांश मेहमानों को प्राचीर से नीचे बैठाया जाएगा।
इस मामलें में गृह विभाग के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि, ‘पिछले साल प्राचीर पर करीब 800-900 मेहमान थे। इनमें से मुख्य रूप से वे थे जो वीवीआईपी मेहमानों के साथ आए थे। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए मेहमानों की संख्या को कम रखा गया है। साथ ही न तो कोई भोजन काउंटर होगा, न कोई स्वतंत्रता सेनानी मौजूद होंगे और न ही कोई वीआईपी के साथ खुली बातचीत होगी।
कम हुई फोटोग्राफरों की संख्या
कोरोना को देखते हुए हर साल यहां मौजूद रहने वाले फोटोग्राफरों की संख्या को भी कम कर दिया गया है। पिछले साल 80 से 90 फोटोग्राफर्स थे वहीं इस बार सिर्फ 10 फोटोग्राफर्स ही मौजूद रहेंगे। बुधवार को सरकार ने उन 10 फोटोजर्नलिस्ट का कोरोना टेस्ट कराया, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण के दौरान प्राचीर पर उनके आस-पास होंगे।
जवान पहने होंगे पीपीई किट
कोरोना को ध्यान में रखते हुए इस बार लाल किले पर मेटल डिटेक्टर के पास तैनात जवान पीपीई किट पहने होंगे। साथ ही जो जवान मेहमानों की चेकिंग करने वाले होंगे वो भी पीपीई किट पहने नजर आएंगे। जगह-जगह पर हैंड सैनिटाइजर होगा और समारोह में मास्क पहनकर आना अनिवार्य होगा। यहां भी आरोग्य सेतु ऐप देखकर ही प्रवेश दिया जाएगा।

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