इस महिला का दावा ‘चाँद पर हुआ मेरा गैंगरेप’

alien-300x224बस, कार, घर या ऐसी किसी जगह पर गैंगरेप की बात तो कई बार सभी ने सुनी है। क्‍या आप कल्‍पना कर सकते हैं कि चांद पर गैंगरेप हो सकता है। ऐसा ही एक सनसनीखेज मामला सामने आया है जिसमें एक महिला ने दावा किया कि चांद पर उसके साथ गैंगरेप किया गया है।

बंदी बनाकर किया गैंगरेप
अमेरिका की पूर्व एयरफोर्स रडार संचालक नियारा टेरेला के आरोप सुनकर आपके होश उड़ जाएंगे। नियारा ने कहा कि छिपकली जैसे दिखने वाला एक आदमी उसे चांद पर ले जाता है और उसके साथ रेप करता है। इसके बाद दूसरे आदमी को सौंप देता है। वह भी उसके साथ रेप करता है।

रेप्टाइल को देखा
एलियन यूएफओ साइटिंग्स संस्था ने अमेरिका के चंद्रमा पर बने खुफिया अड्डे के बारे में खुलासा करते हुए बताया कि नियारा उन कुछ लोगों में से हैं जिन्होंने ऐसे रेप्टाइल को देखा है। संस्था के अधिकारी ने कहा कि अमेरिका ने चांद पर खुफिया अड्डे बनाए हैं, वहां इन्हीं छिपकली जैसे लोगों का राज होता है और इंसानों को तो खिलौनों की तरह रखा जाता है।

मिटा दीं सारी यादें
नियारा टेरेला ने कहा कि सन 1980 में हुए इन खतरनाक हादसों को मैं भूला चुकी हूं। उसने बताया कि सम्मोहित किए जाने के बाद उन्हें याद आया कि कैसे एक छिपकली सा दिखने वाला एलियन उन्हें चंद्रमा पर खुफिया अड्डे पर ले जा रहा था। वे सिर्फ 25 साल की थीं जब उन्हें कुछ महीनों के दौरान 8-9 बार अंतरिक्ष में ले जाया गया था।

होता था अत्याचार
नियारा ने बताया कि मेरे साथ बहुत बुरा सुलूक किया जाता था। मुझे बहुत ही कम खाना दिया जाता था और पूरे दिन काम कराया जाता था। नियारा बताती है कि चंद्रमा पर इलेक्ट्रानिक औजारों से खोदाई का काम मिला था। इसके अलावा बाकी कामों जैसे हड्डियों के ढेर उठाने में शारीरिक मेहनत लगती थी। अपने सबसे बुरे अनुभव को साझा करते हुए नियारा कहती हैं कि रात में मुझे सोने नहीं दिया जाता था और मुझे सेक्स गुलाम की तरह इस्तेमाल किया जाता था। एक एलियन मुझे संबंध बनाने के बाद दूसरे एलियन को दे देता था।

सम्मोहन के जरिए दिए जवाब
60 साल की हो चुकी नियारा काफी समय से गहरे तनाव का सामना किया था और आखिरकार उन्हें सम्मोहन के जरिए अपने सवालों के जवाब मिले। उनका दावा है कि उन्हें अगवा करने वाले इंसान की एक पूंछ, पीली आंखें और आंखों की पुतलियां ऊपर नीचे थीं। कई सिद्धांतकारों का मानना है कि अमेरिकी सरकार को इन अपहरणों के बारे में पता है। उनका कहना है कि इसीलिए कर्मचारियों की शिकायतों की सही तरह से जांच नहीं हुई।

 

 

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